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BJP मुख्यालय पर सुबह 9 बजे से अटल बिहारी वाजपेयी के होंगे अंतिम दर्शन

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कृष्णा मेनन मार्ग स्थित आवास पर सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे तक अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे।

Updated on: 17 Aug 2018, 09:15 AM

नई दिल्ली:

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में गुरुवार शाम पांच बजकर पांच मिनट पर निधन हो गया। उनके मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर है। आज भारत रत्न अटल को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। शुक्रवार को सुबह नौ बजे उनका पार्थिव शरीर पार्टी के मुख्यालय ले जाया जाएगा। इसके बाद शाम चार बजे यमुना के तट पर स्मृति स्थल में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कृष्णा मेनन मार्ग स्थित आवास पर सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे तक अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे। इसके बाद सुबह नौ बजे वाजपेयी के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाया जाएगा, जहां से एक बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद दिल्ली स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर गुरुवार शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

देखिए तस्वीरें: अटल बिहारी वाजपेयी के अनछुए पहलू, तस्वीरों में पूरा सफर

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का उदारवादी चेहरा और कई राजनीतिक दलों के सहयोग से 1990 के दशक में केंद्र में पहली बार बीजेपी की सरकार बनाने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वाजपेयी लंबे समय से बीमार थे। केंद्र सरकार ने वाजपेयी के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने की घोषणा की है। इस दौरान भारत और विदेश में भारतीय दूतावासों में 16 अगस्त से 22 अगस्त के बीच राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।

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अटल बिहारी वाजपेय की मौत पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी सहित कई लोगों ने शोक व्यक्त किया है।

पीएम मोदी ने दुख जताते हुए कहा, 'स्वर और शब्द देने वाले हम सभी के प्रेरणा स्रोत अटल बिहारी वाजपेयी अब नहीं रहे. वाजपेयी के रूप में भारतवर्ष ने अपना अनमोल, अटल रत्न खो दिया है। अटल का विराट व्यक्तित्व और उनके जाने का दुख दोनों ही शब्दों के दायरे से परे हैं। वो एक जननायक, प्रखर वक्ता, ओजस्वी कवि, पत्रकार, प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय व्यक्ति के धनी और सबसे बढ़कर मां भारती के सच्चे सपूत थे।