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दक्षिण चीन सागर पर भारत ने बढ़ाई ड्रैगन की चिंता, आसियान में नियम आधारित सुरक्षा ढांचे पर दिया जोर

फिलीपींस की राजधानी मनीला में चल रहे आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने सदस्यों देशों के बीच एक बार फिर बढ़ते आतंकवाद का मुद्दा उठाया।

Updated on: 15 Nov 2017, 12:24 AM

नई दिल्ली:

फिलीपींस की राजधानी मनीला में चल रहे आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने सदस्यों देशों के बीच एक बार फिर बढ़ते आतंकवाद का मुद्दा उठाया।

पीएम मोदी ने सदस्यों देशों की बैठक में नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, इस एशियाई क्षेत्र के लिए नियम आधारित सुरक्षा व्यवस्था ढांचे के लिए हिन्दुस्तान हमेशा काम करता रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान को एशियाई प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन की विस्तारवादी नीति के खिलाफ माना जा रहा है। भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान चार देशों की बैठक में चीन की नीति को लेकर पहले ही चिंता जताई जा चुकी है।

पीएम मोदी ने बैठक के दौरान कहा, 'हमें आतंकवाद से काफी नुकसान उठाना पड़ता है। अब समय आ गया है कि हम एकजुट होकर आतंकवाद को खत्म करने के लिए सोचें।'

पीएम ने कहा आसियान के साथ हमारे संबंध पुराने हैं और इस सहयोग को हम और मजबूत बनाना चाहते हैं।

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दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति भी आसियान में मुख्य चर्चा का मुद्दा रहा। गौरतलब है कि चीन इस क्षेत्र पर अपना दावा करता रहा है जबकि वियतनाम, फिलीपींस और दूसरे देश चीन के इस दावे का विरोध करते रहे हैं।

चीन इन चार देशों के गठजोड़ से चिंतित है लेकिन उसने उम्मीद जताई थी कि भारत, अमेरिका, जापान, और ऑस्ट्रेलिया का ये गठजोड़ उसके खिलाफ नहीं होगा।

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