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किसानों की आय से संबंधित मनमोहन सिंह का बयान निराशावादी: अरुण जेटली

पूर्व प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की निंदा करते हुए कहा था कि वर्तमान सरकार किसी ठोस योजना बनाने के बजाए आत्मप्रशंसा और जुमलेबाजी में लगी रहती है।

Updated on: 23 Jul 2018, 08:04 AM

नई दिल्ली:

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान को निराशावादी बताया है जिसमें उन्होंने किसानों की आय से संबंधित डाटा (केंद्र सरकार द्वारा जारी) को मानने से इनकार किया था।

अरुण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'किसानों की आय दोगुनी होने से संबंधित डाटा को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को निराशावादी होने की ज़रूरत नहीं है। अगर वो एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र और सामाजिक क्षेत्रों में किए गए निवेश की तुलना करें तो उन्हें ख़ुद-ब-ख़ुद जवाब मिल जाएगा।'

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार के उस दावे को सिरे से ख़ारिज़ किया है जिसमें किसानों की आय दोगुना होने का दावा किया गया।

रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की निंदा करते हुए कहा था कि वर्तमान सरकार किसी ठोस योजना बनाने के बजाए आत्मप्रशंसा और जुमलेबाजी में लगी रहती है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी के वादों की याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी और ग्रोथ रेट 14 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा लेकिन ऐसा दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहा है।

बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 4 जुलाई 2018 को ही अरुण जेटली के उस प्रस्ताव को मंजूरी दी है जिसमें खरीफ़ फ़सलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को डेढ़ गुणा बढ़ाने की बात कही गई थी।

अरुण जेटली ने अपने बज़ट भाषण में भी घोषणा की थी कि नीति आयोग केंद्र और राज्य सरकार से इस दिशा में परामर्श कर रही है जिससे कि किसानों को ज़्यादा मुनाफ़ा मिल सके।

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