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अरुण जेटली का कांग्रेस पर निशाना, 'डूबते राजवंश को बचाने के लिए और कितने झूठ बोलेंगे?'

अमेरिका से इलाज कराके केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली वापस स्वदेश लौट आए हैं. इसके साथ ही कांग्रेस पर हमला करने का सिलसिला भी जारी रखा है.

Updated on: 12 Feb 2019, 08:41 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका से इलाज कराके केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली वापस स्वदेश लौट आए हैं. इसके साथ ही कांग्रेस पर हमला करने का सिलसिला भी जारी रखा है. अरुण जेटली ने अपने ब्लॉग के जरिए कांग्रेस पर हमला किया है. अरुण जेटली ने लिखा है कि आखिर एक डूबते राजवंश को बचाने के लिए कितने झूठ बोलने पड़ेंगे? अरुण जेटली ने लिखा, 'दुनिया भर के ज्यादातर लोकतंत्रों में जो लोग झूठ के सहारे आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, आखिरकार वो खुद सामाजिक जीवन से गायब हो जाते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि बदलते सामाजिक-आर्थिक परिवेश में भारत में भी ऐसा ही होगा.

उन्होंने आगे लिखा है, आधुनिक दुनिया में राजवंशों की स्वाभाविक रूप से अपनी सीमाएं है. अकांक्षी समाज अब इस तरह की व्यवस्था को पसंद नहीं करता है. आज लोग जवाबदेही और परफॉर्मेंस पर भरोसा रखते हैं.'

लेकिन यह दुख की बात है कि भारत की सबसे पुरानी पार्टी एक वंश की गुलाम बनकर रह गई है. इसके कई वरिष्ठ नेताओं के पास साहस और नैतिक अधिकार की कमी है, ताकि राजवंशों की परंपरा को बदलने की कोशिश कर सके. इस परंपरा की शुरुआत 1970 में हुई थी. नेताओं की 'नौकर' वाली मानसिकता ने उन्हें इस बात के लिए राजी कर लिया कि उन्हें सिर्फ एक ही परिवार के गुण गाने हैं. जब यह वंश झूठ बोलता है तो बाकी नेता भी उनके साथ वैसा ही करने लगते हैं.'

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अरुण जेटली ने आगे लिखा कि आखिर एक डूबते वंश को बचाने के लिए आखिर कितने झूठ बोने पड़ेगे. जेटली ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ का संक्रामक प्रभाव काफी बड़ा है. उन्होंने कहा कि 'महाझूठबंधन' के उनके साथियों में भी यह अब दिखने लगा है. राफेल डील में जहां जनता के हजारों करोड़ रुपये बचाए गए हैं, उसे बदनाम करने के लिए रोजाना झूठ गढ़े जा रहे हैं. उन्होंने अपने आगे लिखा कि ताजा झूठ राफेल संबंध में संसद में पेश की गई सीएजी रिपोर्ट को लेकर फैलाया जा रहा है. वर्तमान सीएजी 2014-15 आर्थिक मामलों के सचिव थे. उस समय सबसे सीनियर अधिकारी होने के नाते वह वित्त सचिव भी थे.

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जेटली ने कहा कि राफेल से संबंधित कोई भी फाइल उस समय उनके पास नहीं पहुंची थी. कुछ वंशवादी लोग और उनके साथियों ने सीएजी पर हमला बोलने से पहले सुप्रीम कोर्ट पर भी टिप्पणी की थी. एक अखबार में छपी झूठी रिपोर्ट के आधार पर पूरी प्रक्रिया को ही कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई.

जेटली ने अंत में लिखा कि आखिर एक डूबते वंश को बचाने के लिए कितने झूठ बोलने पड़ेंगे. उन्होंने कहा, 'भारत निश्चित रूप से इससे अच्छे का हकदार है.'