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जम्मू-कश्मीर: मेजर लितुल गोगोई को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बाद में छोड़ा

कश्मीर में पथराव से बचने के लिए जीप के बोनेट पर एक शख्स को बांधने से सुर्खियों में आए मेजर नितिन लितुल गोगोई को पुलिस ने गिरफ्तार किया और फिर छोड़ दिया।

Updated on: 23 May 2018, 10:37 PM

नई दिल्ली:

कश्मीर में पथराव से बचने के लिए जीप के बोनेट पर एक शख्स को बांधने से सुर्खियों में आए मेजर नितिन लितुल गोगोई को पुलिस ने गिरफ्तार किया और फिर छोड़ दिया।

पुलिस का कहना है कि एक होटल में 18 साल की एक महिला के ले जाने के दौरान ये झगड़ा हुआ। साथ ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

अधिकारी के अनुसार गोगोई ने बताया कि वो एक 'सोर्स मीटिंग' के लिये आए थे।

अधिकारी के अनुसार ये घटना सुबह हुई जब मेजर गोगोई अपने ड्राइवर जो सेना का ही था उसके साथ यहां आए और एक महिला ने डलगेट के एक होटल में रहने आई।

पुलिस ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि दो लोगों के लिये कमरे की बुकिंग लितुल गोगोई के नाम से ऑनलाइन कराई गई थी।

पुलिस का कहना है कि होटल के स्टाफ ने पूछताछ के दौरान बताया कि मेजर को कहा गया कि वो महिला के साथ होटल के कमरे में नहीं जा सकते हैं जिसके बाद स्टाफ और गोगोई के ड्राइवर के साथ झगड़ा शुरू हो गया।

होटल के स्टाफ ने सेना के अधिकारी और उनके ड्राइवर को पकड़ लिया और पुलिस को बुलाया गया।

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अधिकारी ने बताया कि कश्मीर रेंज के आईजी स्वयंम प्रकाश पाणि ने इस मामले की जांच के आदेश दिये हैं और इसकी जांच सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (उत्तर) करेंगे। साथ ही ये आदेश दिया गया है कि इस संबंध में जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट दर्ज कराई जाए।

अधिकार ने बताया कि पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज देने के लिये कहा है साथ ही कमरे की बुकिंग रजिस्टर की भी मांग की है। श्रीनगर में कॉर्प्स कमांडर ले. जनरल एके भट्ट को इस घटना की जानकारी दे दी गई है। साथ ही कहा कि इस घटना पर मामला दर्ज नहीं किया गया है।

इधर दिल्ली में सेना के सूत्रों का कहना है कि पुलिस की जांच और परिस्थिति साफ होने के बाद ही इस संबंध में कोई फैसला किया जाएगा।

गोगोई की यूनिट की एक टीम मिलिटरी पुलिस के साथ वहां पहुंची और पुलिस ने प्रारंभिक बयान दर्ज करने के बाद दोनों को मिलिटरी पुलिस को सौंप दिया। गोगोई ने पुलिस से कहा कि वो 'सोर्स मीटिंग' के लिये आए थे।

अधिकारी ने बताया कि 'रोती हुई महिला' ने पुलिस को बताया कि वो सेना के अधिकारी के ड्राइवर को जानती थी और श्रीनगर में उसके साथ थी।

श्रीनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के बीरवाह इलाके में उपचुनाव के दौरान बडगाम में पत्थरबाजों से बचने के लिए 53 राष्ट्रीय राइफल्स ने अपनी जीप के आगे फारूक अहमद डार नाम के शख्स को मानव ढाल के तौर पर बांध दिया था। यह घटना 9 अप्रैल, 2017 को हुई थी। इस घटना के बाद गोगोई सुर्खियों में आए थे।

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