logo-image

खत से हुआ खुलासाः पुलिस कमिश्नर को सेना की मूवमेंट की थी पहले से जानकारी, कोलकाता पुलिस ने किया इंकार

सेना के ऊपर लग रहे आरोप को लेकर मेजर जनरल सुनील ने कहा, 'राजनीतिक दलों के द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं।'

Updated on: 02 Dec 2016, 01:42 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती मामले में एक ताज़ा खुलासा हुआ है। सेना ये दावा करती रही है कि ये एक्सरसाइज़ करने से पहले उसने पश्चिम सरकार के संबंधित एजेंसियों को सूचित किया था। न्यूज़ नेशन के पास वो ख़त मौजूद हैं जिनमें सेना ने इस एक्सरसाइज़ के बारे में कोलकाता प्रशासन के संबंधित अधिकारियों को पहले से सूचित किया था।

सेना के इस चिठ्ठी के जवाब में कोलकाता के संयुक्त पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि पुलिस ने सेना को इस मूवमेंट के बारे में कोई आदेश नहीं दिया गया था। 

सेना ने ये ख़त कोलकाता पुलिस कमिश्नर, हावड़ा जि़ला अधिकारी और ट्रांस्पोर्ट डिपार्टमेंट के संबंधित आला अफसरों को भेजा था और तीन दिन की इस एक्सरसाइज़ के बारे में सूचित किया था। इन सभी ख़तो में सेना ने 28 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक ये एक्सरसाइज़ करने की सूचना दी थी। इन खतों पर संबंधित एजेंसियों की मंज़ूरी की मुहर भी मौजूद हैं।

इस बीच, ममता बनर्जी के आरोपों के जवाब में मेजर जनरल सुनील यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि सेना की इस अभ्यास के बारे में जानकारी पश्चिम बंगाल पुलिस दी गई थी।

सेना के ऊपर लग रहे आरोप को लेकर मेजर जनरल सुनील ने कहा, 'राजनीतिक दलों के द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं।' टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती को लेकर उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी अधिकारियों को पहले से थी।

इससे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी सेना के इस कदम को लोकसभा में रुटीन अभ्यास है। लोकसभा में उन्होंने कहा कि सेना का यह अभ्यास कई साल से चल रहा है।