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कश्मीर घाटी में अब बच्चों के लिए स्पेशल क्लास लगाएगी सेना

पिछले पांच महीनों से कश्मीर घाटी में मचे उथलपुथल के बीच ज्यादातर शिक्षण संस्थाएं बंद रही और पिछले कुछ हफ्तों में 30 से ज्यादा स्कूलें जलाई जा चुकी हैं।

Updated on: 06 Nov 2016, 06:45 PM

नई दिल्ली:

कश्मीर में हालात सामान्य बनाने और घाटी के लोगों के बीच इमेज और बेहतर बनाने के मकसद से सेना ने दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन 'स्कूल चलो' की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत सेना क्षेत्र के बच्चों को मुफ्त कोचिंग और पाठ्यक्रमों से इतर दूसरे साकारात्मक कामों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी। दो महीने पहले ही सेना ने दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन काम डाउन की भी शुरुआत की थी जिसका मकसद कम से कम बल का प्रयोग करके घाटी को आतंकवादियों से मुक्त कराने का था।

बता दें कि पिछले पांच महीनों से कश्मीर घाटी में मचे उथलपुथल के बीच ज्यादातर शिक्षण संस्थाएं बंद रही और पिछले कुछ हफ्तों में 30 से ज्यादा स्कूलें जलाई जा चुकी हैं। ऐसे में सेना ने 'स्कूल चलो' से एक नई पहल शुरू की है और इसे खासी लोकप्रियता भी मिल रही है। सेना इस अभियान के तहत इलाके में मौजूद शिक्षकों की पहचान कर रही है और उनसे स्कूलों या सामुदायिक भवनों में कक्षा आयोजित करने की अपील कर रही है।

दूसरी ओर, राजौरी जिले के नौसेरा में भी सेना ने कश्मीरी लोगों के बीच मेलजोल बढ़ाने के मकसद से लड़कियों के लिए आत्मरक्षा के विशेष शिविर आयोजित किया। यहां 11 से 14 साल की 58 लड़कियों को सेना ने आत्मरक्षा के गुर सिखाए।