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डोकलाम जैसी स्थितियों से निपटने के लिए सेना को तैयार रहना होगा: विपिन रावत

रावत ने एक कार्यक्रम में कहा कि माउंटेन स्ट्राइक कोर को 'प्रतिरोधक बल' के तौर पर तैयार किया गया है और इसे '17 कॉर्प्स' नाम दिया गया है।

Updated on: 22 Oct 2017, 07:36 AM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट की समिति ने 2014 में '17 कॉर्प्स' के गठन को मंजूरी दी थी
  • डोकलाम में सड़क विवाद को लेकर 16 जून से भारत और चीन की सेना के बीच करीब 73 दिनों तक गतिरोध की स्थिति बनी रही थी

नई दिल्ली:

सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने शनिवार को कहा कि चीन-भारत सीमा पर डोकलाम जैसी किसी भी स्थिति में जवाब देने के लिए सेना को तैयार रहना होगा।

रावत ने एक कार्यक्रम में कहा कि माउंटेन स्ट्राइक कोर को 'प्रतिरोधक बल' के तौर पर तैयार किया गया है और इसे '17 कॉर्प्स' नाम दिया गया है।

यह पूछने पर कि क्या वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के किसी अन्य हिस्से में चीन के साथ डोकलाम जैसे किसी गतरोध की संभावना है तो रावत ने कहा, 'हमें हमेशा तैयार रहना होगा।'

एक सवाल के जवाब में कि क्या 17 कोर का गठन चीन से निपटने के लिए किया जा रहा है, तो रावत ने कहा, 'हमें यह क्यों कहना चाहिए कि ये किसके खिलाफ है? ये प्रतिरोध के लिए है और प्रतिरोध देश के समक्ष आने वाली किसी भी ख़तरे के खिलाफ है।'

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट की समिति ने 2014 में 17 कॉर्प्स के गठन को मंजूरी दी थी।

बता दें कि सिक्किम के डोकलाम में सड़क विवाद को लेकर 16 जून से भारत और चीन की सेना के बीच करीब 73 दिनों तक गतिरोध की स्थिति बनी रही थी।

शनिवार को रावत ने प्रेस कांफ्रेंस में यह भी कहा कि कश्मीर में सरकार की नीतियों का पालन करते हुए सेना वहां की स्थिति में सुधार लाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा, 'घाटी में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के छापे भी काफी कारगर साबित हुए हैं।'

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