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Pulwama Terror Attack के दोषियों को 100 घंटे में ढेर किया, पाक की सेना व ISI ने पुलवामा हमले को अंजाम दिया : सेना

पुलवामा एनकाउंटर के एक दिन बाद मंगलवार को सेना, जम्मू कश्‍मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्‍त प्रेस कांफ्रेंस की. इसमें पुलवामा हमले और पुलवामा एनकाउंटर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई.

Updated on: 19 Feb 2019, 12:37 PM

नई दिल्ली:

पुलवामा एनकाउंटर के एक दिन बाद मंगलवार को सेना, जम्मू कश्‍मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्‍त प्रेस कांफ्रेंस की. सेना और सीआरपीएफ के जवानों की शहादत के बाद सेना के जीओसी (General Officer In Command) कंवलजीत सिंह ढिल्लो ने श्रीनगर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के घायलों को सेना के अस्पताल में बेहतरीन इलाज की सुविधा दी जा रही है.

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कल के ऑपरेशन पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की सेना और आईएसआई ने पुलवामा के हमले को अंजाम दिया. इस हमले में जैश के आतंकियों का इस्तेमाल हुआ. उन्होंने कहा कि जैश ए मोहम्मद ने इस हमले को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि कश्मीर की माताओं से आग्रह है कि जिन लोगों ने हथियार उठाया है उन्हें समझाकर सरेंडर करवा दें. उन्होंने कहा कि जो भी हथियार उठाएगा उसका सफाया कर दिया जाएगा. उन्‍होंने कहा- कामराज को पाकिस्‍तानी सेना और ISI से निर्देश मिल रहे थे. ऐसे कितने गाजी आए और चले गए. उन्‍होंने दोहराया कि कामरान ही पुलवामा हमले का मास्‍टरमाइंड था. 

उन्होंने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ था. उन्होंने कहा कि पुलवामा के हमले के दोषियों को हमने 100 घंटों में ढेर कर दिया. सेना के अधिकारी ने सीआरपीएफ, पुलिस और सेना साथ मिलकर काम कर रही हैं. सीआरपीएफ के अधिकारी ने कहा कि जैश के तीन टॉप कमांडरों को ढेर किया गया.

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सेना के अधिकारी ने कहा कि जो भी हमारे अधिकारी ऑपरेशन में घायल हुए हैं वह भी इसलिए हुए क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि आम नागरिक को कोई नुकसान पहुंचे. उन्होंने कहा कि नागरिकों से अपील है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान एनकाउंटर स्थल से दूर रहें.

प्रेस कांफ्रेंस में सीआरपीएफ की ओर से शामिल जुल्‍फिकार हसन ने कहा, हमने इस हमले के बाद कश्‍मीरियों की मदद के लिए पूरे देश भर में 14411 हेल्‍पलाइन शुरू की है. देश भर में कश्‍मीर के अधिकांश छात्र इस हेल्‍पलाइन का लाभ उठा रहे हैं. कश्‍मीर से बाहर पढ़ाई करने गए कश्‍मीर के छात्रों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी.