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जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन से सेना का ऑपरेशन नहीं होगा प्रभावित: सेना प्रमुख

मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में लागू राज्यपाल शासन के बाद भी हमारे ऑपरेशन प्रभावित नहीं होंगे।

Updated on: 20 Jun 2018, 02:00 PM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद पहली बार सुरक्षा-व्यवस्था का जायज़ा लेने पहुंचे सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने बुधवार को कहा कि राज्य में चल रही राजनीतिक उठापटक का उनके ऑपरेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

रावत ने कहा आतंकियों के खात्मे के लिए चल रहा ऑपरेशन रमजान के लिए ही रोका गया था।

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'राज्य में लागू राज्यपाल शासन के बाद भी हमारे ऑपरेशन प्रभावित नहीं होंगे। हमारे ऑपरेशन पहले की तरह जारी रहेंगे।'

सेना प्रमुख ने कहा, 'हमलोगों के ऑपरेशन में अभी तक कोई भी राजनीतिक दखलअंदाजी नहीं हुई है।'

बता दें कि रमजान के दौरान भारत ने आतंकियों के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे ऑपरेशन को रोक दिया था। हालांकि इसके बाद भी राज्य में आतंकी गतिविधियां जारी रही और हर रोज़ ख़ून-खराबा चलता रहा।

ईद के ठीक एक दिन पहले आतंकियों ने औरंगजेब नाम के एक भारतीय सेना के जवान का अपहरण किया और बाद में फिर उसकी हत्या कर दी थी। 

इसके अलावा एक अन्य घटना में 'राइजिंग कश्मीर' अखबार के संपादक शुजात बुखारी को सरेआम आतंकियों ने गोलियों से मौत के घाट उतार दिया।

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