शाह का ममता पर हमला, कहा- बनर्जी के शासनकाल में राज्य में बढ़ी हिंसा की घटनाएं
राज्य की तृणमूल सरकार पर कानून-व्यवस्था बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि बनर्जी के शासनकाल में राज्य में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं.
नई दिल्ली:
कोलकाता हाईकोर्ट की ओर से बीजेपी को पश्चिम बंगाल में 'रथ यात्रा' निकालने की अनुमति देने से इंकार करने के कुछ घंटों बाद बीजेपी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि अदालत के आदेश के बाद वह लोकतांत्रिक तरीके से जुलूस निकालेंगे. शाह शनिवार को कोलकाता का दौरा करने वाले हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा और कहा कि वह 'डरी हुई' हैं.
उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में बीजेपी के उदय से डरी हुई हैं, इसलिए उन्होंने राज्य में रथ यात्रा की अनुमति नहीं दी है.'
शाह ने कहा, 'मैं उनका डर समझ सकता हूं. लेकिन मेरे पास इसका कोई समाधन नहीं है. बीजेपी को समर्थन करने का निर्णय लोगों का है.'
उन्होंने स्पष्ट किया कि यात्रा को अस्थायी तौर पर टाला गया है, न कि रद्द किया गया है.
शाह ने कहा, 'कोर्ट की इजाजत के बाद यात्रा निकाली जाएगी और हम सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे.'
उन्होंने पार्टी मुख्यालय में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'यात्रा को रोकने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि हमारी सभी यात्राओं में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की खबर नहीं आई है.'
राज्य की तृणमूल सरकार पर कानून-व्यवस्था बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि बनर्जी के शासनकाल में राज्य में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं.
उन्होंने कहा, 'जहां लोग पहले रबिंद्र संगीत सुना करते थे, वहां अब बम विस्फोट सुनते हैं.'
और पढ़ें: कलकत्ता हाई कोर्ट ने अमित शाह के 'रथ यात्रा' को नहीं दी अनुमति, बीजेपी ने डिविजन बेंच का रुख किया
शाह ने कहा, 'ममता के शासन काल में हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं. बीजेपी में अकेले 20 लोगों की हत्याएं हुई हैं. पश्चिम बंगाल में शासन ध्वस्त हो चुका है और लोग बदलाव चाह रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि आगामी आम चुनाव से पहले बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में तीन रैलियों की इजाजत मांगी है.
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