कर्नाटक में बनी BJP की सरकार, बड़ी पार्टी के आधार पर अब गोवा में कांग्रेस और बिहार में RJD ने की सरकार बनाने की मांग
कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक लगाए जाने की मांग सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद कांग्रेस ने गोवा की सरकार के गठन को चुनौती देने का फैसला लिया है।
highlights
- कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के दावे के आधार पर बीजेपी को मिला सरकार बनाने का न्यौता
- सुप्रीम कोर्ट की तरफ से इस दावे पर मुहर लगाए जाने के बाद गोवा में कांग्रेस ने सरकार बनाने की मांग की है
- वहीं बिहार में भी राष्ट्रीय जनता दल ने इसी तर्क के आधार पर सरकार बनाने का निमंत्रण दिए जाने की मांग की है
नई दिल्ली:
चुनाव बाद सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कर्नाटक में सरकार बनाए जाने के बाद गोवा में कांग्रेस और बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सरकार बनाए जाने की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट के सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सरकार बनाए जाने की मंजूरी देने के बाद कांग्रेस ने जहां गोवा की सरकार को चुनौती देने का फैसला किया है, वहीं बिहार में भी राष्ट्रीय जनता दल ने भी सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर सरकार बनाने का मौका दिए जाने की मांग की है।
कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक लगाए जाने की मांग सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद कांग्रेस ने गोवा की सरकार के गठन को चुनौती देने का फैसला लिया है।
सरकारिया आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने बुधवार देर रात कांग्रेस की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर बीजेपी को सरकार बनाए जाने के राज्यपाल के निमंत्रण को चुनौती दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए कांग्रेस की याचिका खारिज कर दी थी कि राज्य में चुनाव बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और उसके बहुमत के दावे को परखना होगा।
कांग्रेस ने अब इसी आधार को चुनौती बनाते हुए गोवा की पर्रिकर सरकार को चुनौती देने का फैसला लिया है।
गोवा कांग्रेस के यतीश नाइक ने कहा, '2017 में हमने 17 सीटें जीती थीं और हम राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे लेकिन राज्यपाल ने 13 सीटों वाली बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया। कर्नाटक में राज्यपाल ने बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर बुलाया। इसलिए हम अपील करते हैं कि राज्यपाल हमें सरकार बनाने के लिए बुलााएं।'
कांग्रेस राजभवन में पार्टी के 16 विधायकों की परेड कराएगी। गोवा में हुए चुनाव के बाद कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, वहीं बीजेपी को इस चुनाव में कुल 13 सीटें मिली थीं।
हालांकि चुनाव बाद बीजेपी ने दो क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय विधायकों का गठबंधन बनाते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया और मनोहर पर्रिकर राज्य का मुख्यमंत्री बनने में सफल रहे।
कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में गोवा का जिक्र करते हुए कर्नाटक में चुनाव बाद कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) गठबंधन को सरकार बनाने का निमंत्रण दिए जाने की बात की थी।
कर्नाटक में 222 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी को कुल 104 सीटों पर जीत मिली हैं वहीं कांग्रेस को 78 सीटें मिली है। जबकि जेडीएस प्लस को 38 सीटें मिली हैं।
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास मौजूदा स्थिति में 116 विधायकों का समर्थन है, जो सरकार बनाने के जादुई आंकड़े 112 से चार अधिक है। इसके अलावा इस गठबंधन ने दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन का भी दावा किया है।
इसे मिलाकर देखा जाए तो गठबंधन के पास कुल 118 विधायक हो जाते हैं।
कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था ऐसी स्थिति में सबसे अहम सवाल यह है कि बीजेपी कैसे बहुमत साबित करेगी। हालांकि कोर्ट ने कांग्रेस से उसके विधायकों की समर्थन वाली चिट्ठी मांगी, जिसे पार्टी नहीं दे पाई।
कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए गोवा की मिसाल दिए जाने पर बीजेपी की तरफ से पेश हुए वकील और पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा था कि दोनों मामले अलग-अलग है।
उन्होंने कहा कि गोवा में कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा ही पेश नहीं किया।
बिहार में सरकार को चुनौती देंगे तेजस्वी यादव
कर्नाटक में सबसे बड़े दल के रूप में बीजेपी को सरकार बनाए जाने का निमंत्रण मिलने के बाद बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।
तेजस्वी ने कहा कि वह पार्टी के विधायकों के साथ बिहार के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे क्योंकि बिहार में वह सबसे बड़ी पार्टी हैं।
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, 'हम राज्यपाल महोदय से माँग करते है कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें।'
उन्होंने कहा कि हमारा यह दावा बीजेपी के तर्क के आधार पर है, जिसके आधार पर उन्हें कर्नाटक में सरकार बनाने का मौका मिला है।
बिहार में महागठबंधन के तहत राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। चुनाव में आरजेडी को 80 सीटें मिली थी, जबकि जेडीयू को 71 और कांग्रेस को 27 मिली थीं।
हालांकि जेडीयू बाद में महागठबंधन से अलग हो गई और बीजेपी (52) के साथ मिलकर सरकार बना ली। महागठबंधन से अलग होने के बाद जब नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार का गठन किया, तब राष्ट्रीय जनता दल ने सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर सरकार बनाए जाने का मौका दिए जाने की मांग की थी।
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