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भारतीय संविधान जलाने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार, साथ ही लगाए थे SC/ST विरोधी नारे

जानकारी के मुताबिक आरोपी अभिषेक और दीपक ने मिल कर संविधान जलाने की साजिश रची थी ताकि सरका एससी-एसटी एक्ट के संशोधन के खिलाफ ध्यान दें।

Updated on: 12 Aug 2018, 11:44 PM

नई दिल्ली:

बीते 9 अगस्त को सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा एससी-एसटी ( SC-ST) एक्ट के विरोध के प्रदर्शन के दौरान भारतीय संविधान की किताब जलाने की घटना सामने आई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपी दीपक गौड़ को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 9 अगस्त को दो संगठन यूथ इक्वालिटी फाउंडेशन (आजाद सेना) और आरक्षण विरोधि पार्टी ने पार्लियामेंट स्ट्रीट पर एक साथ विरोध किया था। आरोपी दीपक आरक्षण विरोधी पार्टी का मुखिया है, दूसरा संगठन के नेता का नाम अभिषेक शुक्ला है।

जानकारी के मुताबिक आरोपी अभिषेक और दीपक ने मिल कर संविधान जलाने की साजिश रची थी ताकि सरका एससी-एसटी एक्ट के संशोधन के खिलाफ ध्यान दें। साजिश के तहत दोनों ने अपने समर्थकों के साथ मिल कर संविधान की किताब जला दीऔर SC/ST विरोधी नारे भी लगाए।

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10 अगस्त को अखिल भारतीय भीम सेना के नेशनल इंचार्ज अनिल तंवर ने शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने IPC 153 (A) , 505, 120B , 34 और The Prevention of Insults of National Honour Act के सेक्शन 2 के तहत मुकदमा दर्ज किया था।