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DUSU चुनाव में बजा ABVP का डंका, चार में से तीन सीटें जीती, एक पर NSUI का कब्जा

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (Delhi University Students Union- DUSU) चुनावों में वोटों की गिनती के दौरान हंगामे के बाद आखिरकार नतीजों की घोषणा कर दी गई है।

Updated on: 14 Sep 2018, 10:05 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (Delhi University Students Union- DUSU) चुनावों में वोटों की गिनती के दौरान हंगामे के बाद आखिरकार नतीजों की घोषणा कर दी गई है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में एक बार फिर भगवा छा गया और स्वंय सेवक संघ (RSS) की छात्र शाखा ABVP ने तीन सीटों पर जीत दर्ज कर ली है जबकि सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई को सफलता मिली। ABVP के अंकिव बसोया ने अध्यक्ष, शक्ति सिंह ने उपाध्यक्ष और ज्योति चौधरी ने संयुक्त सचिव के पद पर शानदार जीत दर्ज की है। जबकि NSUI के आकाश चौधरी ने सचिव पद पर कब्जा जमाया है।

विश्वविद्यालय में ईवीएम में खराबी पर हंगामें के बाद गुरुवार देर रात आए नतीजों में अध्यक्ष पद एबीवीपी के अंकिव बसोया ने एनएसयूआई के प्रत्याशी सुनील छिल्लर को 1744 वोटों के अंतर से हरा दिया। अंकिव को कुल 20,467 वोट मिले, वहीं सुनील छिल्लर को 18,723 वोट मिले।

इसके अलावा उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के ही शक्ति सिंह ने 7,673 वोटों के अंतर से एनएसयूआई के लीना को हरा दिया। शक्ति सिंह को कुल 23,046 वोट मिले तो लीना को 15,373 वोट हासिल हुए।

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दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के इस चुनाव को चार राज्यों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले काफी अहम माना जा रहा था। ऐसा कहा जा रहा था कि इस चुनाव के नतीजे यह बताएंगे कि देश के युवा अभी नरेंद्र मोदी और बीजेपी के पक्ष में हैं या नहीं। हालांकि चुनाव नतीजों से ऐसा लग रहा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के युवाओं को अभी भी बीजेपी में भरोसा बना हुआ है।

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गौरतलब है कि चुनाव नतीजे आने से पहले इस चुनाव में वोटों की गिनती के दौरान काफी विवाद भी हुआ था। ईवीएम में खराबी आने को लेकर मुख्य तौर पर एबीवीपी और कांग्रेस की छात्र संगठन एनएसयूआई के बीच विवाद शुरू हो गया था जिसको देखते हुए DU प्रशासन ने वोटों की गिनती पर रोक लगा दी थी। बाद में दोनों संगठनों के आपसी सुलह और गिनती के लिए तैयार होने के बाद वोटों की गिनती दोबारा शुरू की गई थी जिसके बाद चुनाव परिणाम घोषित किए गए।