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'पाकिस्‍तानी टीम मैदान पर नमाज पढ़ती है तब ICC को तकलीफ क्‍यों नहीं होती'

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने BCCI को पत्र लिखकर अपील की है कि महेंद्र सिंह धोनी से अपील करें कि वो इस ग्लव्स का इस्तेमाल न करें.

Updated on: 07 Jun 2019, 01:53 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेटरों को भारत में भगवान की तरह पूजा जाता है. गुरुवार को क्रिकेट और सेना से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको लेकर विवाद बढ़ गया है. दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर पैरा मिलिट्री फोर्स के बलिदान बैज के निशान को ICC ने हटाने का फरमान जारी किया है. वहीं इस पर लोगों का बयान आ रहा है कि मैच से नमाज पढ़ सकते हैं यो फिर ग्लव्स पहनने में क्या गलत है.

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ICC ने BCCI को पत्र लिखकर धोनी से ग्लव्स हटाने की अपील की
गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी, प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं. ऐसे में उनके पास आधिकारिक तौर पर ये हक है कि वह इस बैज का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने BCCI को पत्र लिखकर अपील की है कि महेंद्र सिंह धोनी से अपील करें कि इस ग्लव्स का इस्तेमाल न करें.

पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतेह ने इस पर आपत्ति दर्ज की है. भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया का कहना है कि धोनी के इस तरह के बैज का इस्तेमाल करने में कोई गलती नहीं है. हालांकि उनका कहना है कि अगर ICC के नियम के मुताबिक यह लगाना सही नहीं है तो उन नियमों भी देखना होगा.

वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर कुछ लोग पाकिस्तानी टीम की तस्वीर साझा कर रहे हैं, जिसमें वह मैदान पर ही नमाज पढ़ रहे हैं. ऐसे में लोग सवाल कर रहे हैं अगर कोई टीम मैदान पर धार्मिक भावनाओं को प्रकट कर सकती है तो फिर सिर्फ ग्लव्स पर बैज लगाने से क्या परेशानी है. भारतीय ओलंपियन सुशील कुमार ने भी कहा कि जबतक किसी ने कोई शिकायत नहीं की होगी तबतक ये मामला सामने नहीं आया होगा.