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भारत की 'विलेज रॉकस्टार्स' ऑस्कर की दौड़ से बाहर

एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज ने सोमवार को कहा कि 91वें एकेडमी अवॉर्ड्स में विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में अगले दौर की वोटिंग के लिए नौ फिल्मों का चुनाव हुआ है.

Updated on: 18 Dec 2018, 09:22 AM

नई दिल्ली:

ऑस्कर्स 2018 में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म की श्रेणी में भारत की ओर से चुनी गई 'विलेज रॉकस्टार्स' इस दौड़ से बाहर हो गई है. एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज ने सोमवार को कहा कि 91वें एकेडमी अवॉर्ड्स में विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में अगले दौर की वोटिंग के लिए नौ फिल्मों का चुनाव हुआ है. असमिया फिल्म 'विलेज रॉकस्टार्स' असम के छैगांव की पृष्ठभूमि पर है. यह ग़रीब बच्चों की कहानी है, जो अपनी ज़िदगी मजे से जी रहे हैं.

ऑस्कर्स में विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में शीर्ष पांच तक अब तक भारत की सिर्फ तीन ही फिल्में पहुंच पाई है, जिसमें 'मदर इंडिया', 'सलाम बॉम्बे' और 'लगान : वंस अपॉन ए टाइम इन इंडिया' है।

अब कुछ उम्मीदें नॉर्वे की फिल्म 'व्हाट विल पीपुल से' से है, जिसमें आदिल हुसैन और एकावली खन्ना जैसे भारतीय कलाकार हैं. यह फिल्म पाकिस्तान और नॉर्वे की पृष्ठभूमि पर है.

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ऑस्कर्स में विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में कुल 87 फिल्में थी. इनमें से शॉर्टलिस्ट फिल्मों में 'बर्ड्स ऑफ पैसेज' (कोलंबिया), 'द गिल्टी' (डेनमार्क), 'नेवर लुक अवे' (जर्मनी), 'शॉपलिफ्टर्स' (जापान), 'एका' (कजाकिस्तान), 'केपरनॉम' (लेबनान), 'रोमा' (मेक्सिको), 'कोल्ड वार' (पोलैंड) और 'बर्निग' (दक्षिण कोरिया) है।.