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जर्मनी करेगा भारतीय युवाओं को प्रशिक्षित, भारत-जर्मनी ने किया 'कौशल विकास समझौते' पर हस्ताक्षर

जर्मन दूतावास की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, जो छात्र भारत में अपने विशिष्ट पाठ्यक्रम को पूरा करेंगे, उन्हें एक सर्टिफिकेट मिलेगा, जिसकी मान्यता भारत और जर्मनी दोनों देशों में होगी।

Updated on: 18 Sep 2018, 07:03 PM

नई दिल्ली:

भारत और जर्मनी ने मंगलवार को कौशल विकास पर एक समझौता ज्ञापन(एमओए) पर हस्ताक्षर किए, जो भारतीय युवाओं को दोहरा व्यावसायिक प्रशिक्षण मुहैया कराएगा। यहां हस्ताक्षर समारोह में मीडिया को इसके सिद्धांत के बारे में भारत में जर्मन राजदूत मार्टिन नेय ने कहा कि दोहरा व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम जर्मनी में अब काफी समय से है।

मार्टिन ने कहा, 'इसका मतलब है कि स्कूल और नौकरी के दौरान सीखना। यह खास है, क्योंकि यह उद्योगों के अधीन है।'

जर्मन दूतावास की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, जो छात्र भारत में अपने विशिष्ट पाठ्यक्रम को पूरा करेंगे, उन्हें एक सर्टिफिकेट मिलेगा, जिसकी मान्यता भारत और जर्मनी दोनों देशों में होगी। वे भारत और जर्मनी दोनों जगह नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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जर्मन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग(जीआईआईवीईटी) को कार्यक्रम की देख-रेख के लिए गठित किया गया है।इस एमओए पर हस्ताक्षर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय में प्रशिक्षण के महानिदेशक राजेश अग्रवाल और इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के महानिदेशक बर्नहार्ड स्टेनरुके के बीच हुआ।