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Delhi: उच्च शिक्षा में सुधार के लिए DDC ने उच्च स्तरीय पैनल का किया गठन

सरकारी अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, Nalanda 2.0 नाम की एक नॉन प्रॉफिट पॉलिसी थिंक टैंक भारत की उच्च शिक्षा को विश्वस्तरीय बनाने के लिए DDC का साथ देगी.

Updated on: 11 Mar 2019, 07:44 AM

नई दिल्ली:

The Dialogue and Development Commission (DDC) संवाद और विकास आयोग दिल्ली सरकार की एक प्रमुख थिंक टैंक, जो प्रमुख नीतिगत मुद्दों पर सरकार को सलाह देती है, ने राष्ट्रीय राजधानी में उच्च शिक्षा में सुधार के लिए 17-सदस्यीय उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है. DDC के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह की अध्यक्षता में होने वाले पैनल, एक साल के भीतर दिल्ली की उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए लक्ष्यों, मैट्रिक्स, नीतियों और कार्ययोजनाओं की सिफारिश करेंगी.

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एक सरकारी अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, Nalanda 2.0 नाम की एक नॉन प्रॉफिट पॉलिसी थिंक टैंक भारत की उच्च शिक्षा को विश्वस्तरीय बनाने के लिए DDC का साथ देगी. इस कमिटी के अन्य मेंबर- प्रमोद भसिन जो Genpact के फाउंडर और Ashoka University के को-फाउंडर हैं. इसके अलवा अरिंदम भट्टाचार्या, सीनियर पार्टनर और डायरेक्टर BGC;अभिषेक गुप्ता, स्किल डेवलेपमेंट के एक्सपर्ट, पंकज जोटले, फाउंडिंग डायरेक्टर IIIT Delhi, देवेश कपूर, Asia Programs के डायरेक्टर और Johns Hopkins University के प्रोफेसर, गौरव खन्ना, UC San Diego में अर्थशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर, संदीप कुमार, सेक्रेटरी (हायर एजुकेशन) दिल्ली सरकार, शामिल होंगे.

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दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिशोदिया के मुताबिक ये पहल दिल्ली सरकार दिल्ली के एजुकेशन सिस्टम को बदलने के लिए उनके पार्टी के कमिटमेंट को दर्शाता है. पिछले कुछ वर्षों में, दिल्ली को अपने सरकारी स्कूलों में इनोवेशन के लिए दुनिया भर में जाना जाने लगा है. चाहे वह हैपीनेस कैरिकुलम हो, बुनियादी ढांचा ओवरहाल, शिक्षक प्रशिक्षण पहल या हाल ही में उद्यमिता पाठ्यक्रम हो.

डिप्टी सीएम ने कहा कि हम दिल्ली को एक ऐसा ज्ञान और इनोवेशन का केंद्र बनाना चाहते हैं, जहां दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएं संकाय सदस्यों, छात्रों और पेशेवरों के रूप में रहना, अध्ययन और काम करना चाहे.