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World Malaria Day 2019: हर साल लगभग 18 लाख लोग होते हैं मलेरिया के शिकार, जानें लक्षण और बचाव के उपाय

25 अप्रैल को पूरी दुनिया में 'विश्व मलेरिया' दिवस (World Malaria Day 2019) मनाया जाता है. मलेरिया प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होने वाला एक जानलेवा रक्त रोग है.

Updated on: 25 Apr 2019, 01:58 PM

नई दिल्ली:

25 अप्रैल को पूरी दुनिया में 'विश्व मलेरिया' दिवस (World Malaria Day 2019) मनाया जाता है. मलेरिया प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होने वाला एक जानलेवा रक्त रोग है. यह एनोफिलीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में संचरित होता है. जब संक्रमित मच्छर मानव को काटता है, तो परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित और नष्ट करने से पहले मेजबान के लिवर में मल्टीप्लाई हो जाता है.

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एक रिपोर्ट के अनुसार,भारत में हर साल लगभग 18 लाख लोगों को मलेरिया की बीमारी से जूझना पड़ता है. पूरी दुनिया में मलेरिया से प्रभावित देशों में से 80 फीसदी केस भारत, इथियोपिया, पाकिस्तान और इंडोनेशिया के होते हैं. भारत की बात करें तो उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, त्रिपुरा और मेघालय जैसे राज्यों में मलेरिया के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं. विश्व मलेरिया रिपोर्ट के अनुसार मलेरिया के टाइप पी विवेक्स में पूरी दुनिया में 80 फीसदी मामले ज्यादातर तीन देशों में सामने आते हैं, जिसमें भारत भी शामिल है.

मलेरिया के लक्षण

गंभीर मलेरिया के लक्षणों में बुखार और ठंड लगना

- बुखार, सिरदर्द और उल्टी

- फीवर कम होने पर तेज पसीना और थकान

- डायरिया

- सांस लेने में तकलीफ

- बेहोशी जैसी स्थिति होना

- गहरी सांस लेने में परेशानी

- असामान्य रक्तस्राव और एनीमिया के लक्षण और पीलिया शामिल हैं

मलेरिया से बचाव के उपाय

1. जमा हुआ पानी इन मच्छरों के पनपने के लिए सबसे अच्छी जगह है.

2. मलेरिया से बचने के लिए टूटे गमले, टायर , कूलर आदि में पानी जमा होने न दें.

3. विश्व मलेरिया दिवस 2018 के मौके पर इन पांच तरीकों से आप इस जानलेवा बीमारी से अपना बचाव कर सकते है:

4. लैवेंडर तेल को साइट्रोनला और नीलगिरी के तेलों के साथ मिलाकर स्प्रे के रूप में इस्तेमाल करें. आप इसके लिक्विड को रिफिल में डाल कर इस्तेमाल कर सकते है.

5. भारत के सबसे मूल्यवान औषधीय पौधे में से एक, 'नीम' मच्छरों का आतंक को कम करने में बेहद मददगार है.

6. पाचन और गैस को रोकने के अलावा, मच्छरों से लड़ने के लिए अजवाइन या कैरम के बीज का इस्तेमाल करें.

7. सरसों के तेल में मुट्ठीभर अजवाइन के बीज मिलाएं. अजवाइन और सरसों की तेज़ सुगंध मच्छरों को दूर रखने में मदद करेगी.

8. लहसुन की गंध मच्छर सहन करने में सक्षम नहीं हैं. लहसुन में लार्वाइसाइड गुण होते हैं, जिन्हें मच्छरों को दूर रखने के लिए रखा जा सकता है. लहसुन की कुछ कलियां क्रश करें और इसे थोड़ी देर तक पानी में उबालें. इसे अपने घर के चारों ओर स्प्रे.

9. गेंदे के फूल के पौधे को अपने घर में लगाएं. गेंदे के फूलों की खुशबू से आपका घर सुगंध से भरा रहेगा और मच्छर भी नहीं आएंगे.

10. मच्छरों से बचने के लिए कपूर की एक टिकिया को जलाकर कमरे के कोने में रख दें. मच्छरों के जानलेवा अटैक से बचने में यह उपाय काफी मददगार है.

11. मच्छरदानी में सोये और घर की दीवारों पर इंसेक्टिसाइड डालें.

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केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में देशभर में मलेरिया के 11 लाख 2 हजार 205 मामले सामने आए थे जो साल 2016 में घटकर 10 लाख 5 हजार 905 हो गया, हालांकि 2015 में यह संख्या फिर बढ़कर 11 लाख 69 हजार 261 हो गई थी. वहीं राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार साल 2014 में मलेरिया से 562 मौत हुई तो साल 2015 में 384 और 2016 में 242 मौतें हुईं.

गौरतलब है कि भारत ने 2027 तक मलेरिया मुक्त होने और 2030 तक इस बीमारी को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. मलेरिया के मामलों का पता लगाने और एक बड़ा जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है.