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अपने बच्‍चे को जंक फूड से करें दूर, नहीं तो चली जाएगी आंखों की रोशनी

ब्रिटेन में एक बच्‍चा 10 साल तक सिर्फ जंक फूड खाता रहा और अब न केवल उसकी आंखों की रोशनी चली गई बल्‍कि वह बहरा भी हो गया

Updated on: 06 Sep 2019, 08:49 PM

लंदन:

अगर आपका बच्‍चा जंक फूड (Junk Food) खाने का शौकीन है तो उसके इस शौक पर अभी लगाम लगाइए वरना पछताने के सिवा आपको कुछ नहीं मिलेगा. अगर यकीन नहीं हो तो इस खबर को पढ़िए. आपकी आंखें खुल जाएंगी. एक 17 साल के किशोर की आंखों की रोशनी जंक फूड (Junk Food) ने छीन ली. वह 10 साल से केवल चिप्स (Chips), बर्गर (Burger), फ्रेंच फ्राइज, सॉस के अलावा कभी-कभी हैम और व्हाइट ब्रेड ही खा रहा था.

हैरान करने वाली यह खबर ब्रिटेन से है. एक 17 वर्षीय लड़के की आंखों की रोशनी केवल जंक फूड (Junk Food) खाने से चली गई. इससे वह कुपोषण का शिकार हो गया और इस आदत ने उसे दृष्टिहीन और बधिर बना दिया.

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लड़के की मां ने डॉक्टरों को बताया कि जब वह सात साल का था तो वह सिर्फ जंक फूड (Junk Food) ही खाता था, उसने खाने की अन्य चीजों को खाना छोड़ दिया था. उसे फलों और सब्जियों का रंग-रूप पसंद नहीं था. ब्रिस्टल चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि ब्रिटेन में इस तरह का यह पहला मामला है. फिलहाल इस किशोर को ब्रिस्टल आई हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है.

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डॉक्टर डेनाइज एटन का कहना है कि इस लड़के के खान-पान में सिर्फ जंक फूड (Junk Food) वाले आहार ही शामिल थे. उसने कभी भी फल-सब्जी नहीं खाए. इसलिए चिप्स (Chips) और प्रिंगल्स ही उसका मुख्‍य भोजन था. इसके चलते उसको अवॉइडेंट- रिस्ट्रिक्टिव फूड इंटेक डिस्ऑर्डर हो गया. दरअसल इस बीमारी से पीड़ित मरीज एक खास रंग-रूप, गंध, स्वाद वाले खाने को बिल्कुल पसंद नहीं करते.

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डॉ. एटन के मुताबिक, उसके शरीर में विटामिन बी12 बहुत कम हो गया था. यही नहीं मिनरल्‍स भी कम हो गए. उसके शरीर में कॉपर, सेलेनियम जैसे मिनरल्‍स की मात्रा भी कम हो गई. हालत यह हुई कि उसकी आंखों को मस्तिष्क से जोड़ने वाली नस को बहुत नुकसान पहुंचा.
यही नहीं जंक फूड (Junk Food) यानी प्रोसेस्ड खाने में शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होने से सुनने की क्षमता प्रभावित हुई और हड्डियां भी कमजोर हो गई हैं. वजन, कद और बीएमआई (22) सामान्य है.