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अगर आप भी हर छोटी-मोटी बीमारियों में खाते हैं दवा तो हो जाइए सावधान

अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाइये और एलोपैथिक दवाओं का सेवन कम से कम करेने पर जौर देना शुरू कर दीजिए.

Updated on: 28 Jan 2020, 07:17 AM

नई दिल्ली:

आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर देखा गया है कि लोग हर छोटी-मोटी बीमारी के लिए दवा खा लेते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाइये और एलोपैथिक दवाओं का सेवन कम से कम करेने पर जौर देना शुरू कर दीजिए. क्योंकि ज्यादा दवा खाने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और इसका असर बुढ़ापे में देखने को मिलता है. "

शारीरिक श्रम है महत्वपूर्ण

"आराम तलब जीवनशैली हमारी हड्ड‍ियों के लिए काफी खतरनाक है. क्योंकि मानव शरीर की हड्ड‍ियों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए व्यक्ति का सक्रिय होना भी बहुत आवश्यक होता है. यदि आप शारिरिक श्रम नहीं करते तो आपको निश्चित रूप से हड्डी से जुड़ी हुई समस्या होने की आशंका रहती है." ऑस्टियोपोरोसिस के कारणों के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि, " बहुत सी ऐसी दवाइयां होती हैं जिनके ज्यादा खाने से ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या पैदा हो जाती है. कॉर्टिकोस्टेरॉयड, एंटी-डीप्रेसेन्ट, एंटी-हाइपरटेंसिव, एंटी-कॉन्वलसेंट की दवाएं प्रमुख हैं.

इन दवाओं का प्रयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करनी चाहिए. इसके साथ ही अगर किसी व्यक्ति की पहले कभी हड्डी टूटी हो तो भविष्य में उसमें ऑस्टियोपोरोसिस के कारण फ्रैक्चर की संभावना अधिक होती है."

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यह एक सामान्य समस्या है, जिसके कारण कूल्हे, कलाई, रीड की हड्डी आदि के टूटने की संभावना काफी बढ़ जाती है. हमारी हड्डियों का घनत्व सबसे ज्यादा 20 से 30 साल की उम्र में होता है. 35 साल के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित मरीजों में हड्डियां सामान्य से ज्यादा कमजोर हो जाती हैं जिससे हड्डी टूटने, कमर झुकने आदि का खतरा ज्यादा होता है. इस बीमारी की आशंका महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने के बाद ज्यादा होती है."

क्या है बचाव

"इसके बचाव के लिए भोजन में कैल्शियम को ज्यादा ज्यादा मात्रा में शामिल करना चाहिए. साथ ही विटामिन डी थ्री का सेवन और नियमित व्यायाम करते रहना चाहिए. यदि मरीज लंबे समय से बिस्तर पर हैं तो बोन लॉस की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या बढ़ जाती है.

फेमस टूल डेकसा के द्वारा हड्डी के टूटने की संभावना का पता लगाया जाता है यदि व्यक्ति शराब तंबाकू का सेवन करता है तो हड्डी टूटने की संभावना बढ़ जाती है." इसलिए यदि खुद को अंदर से स्वस्थ रखना है तो आज से ही शारीरिक श्रम करने के साथ-साथ एलोपैथिक दवाओं का सेवन भी कम करना चाहिए.