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दिल्ली-NCR में जहरीली हुई हवा, बचने के ये हैं तरीके, खाने में शामिल करें ये चीजें

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बढ़ गया है. पिछले 3-4 दिन से लगातार एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 से ज्यादा है. वायु प्रदूषण सेहत के लिए खतरनाक होता है.

Updated on: 01 Nov 2019, 06:17 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बढ़ गया है. पिछले 3-4 दिन से लगातार एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400-500 से ज्यादा है. वायु प्रदूषण सेहत के लिए खतरनाक होता है. प्रदूषण से खांसी, सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन, उल्टी आने और जी घबराने जैसी समस्याएं होती हैं. नवजात बच्चों के लिए वायु प्रदूषण जानलेवा होता है. बुजुर्ग भी वायु प्रदूषण की चपेट में आकर अस्पताल पहुंच सकते हैं. ऐसे में कुछ उपाय करने से इससे बचा जा सकता है.

वायु प्रदूषण से नवजात को बचाना बहुत ही जरूरी होता है. घर से बाहर बच्चों को लेकर कतई ना निकले. घर की खिड़कियां बंद करके रखे. धूप निकलने पर पंखा चलाकर खिड़कियों को खोले. थोड़ी देर बाद इसे बंद कर दें. जिस कमरे में बच्चे को लेकर रह रहे हैं वहां एयर प्यूरीफायर लगाए. बच्चे को पूरी बाजू के कपड़े पहनाए. वायु प्रदूषण से आपकी त्वचा भी प्रभावित होती है. इसलिए पूरे बाजू के कपड़े पहने.

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बच्चे जब निकले बाहत तो इन चीजों का रखें ध्यान

बच्चे जब बाहर खेलने जाए तो मास्क जरूर लगाए. इसके साथ ही यह सुनिश्चित करें कि मास्क एन-95 या पी-100 का है. बच्चों को वहां खेलने दे जहां बहुत सारे घास हो. धूल वाली जगहों पर बच्चों को खेलने ना दें. ट्रैफिक और धूल वाले रास्तों पर बच्चों को ना ले जाएं.

मॉर्निग वॉक पर ना निकले घर में करे योगा

वहीं बड़े और बुजुर्ग अगर मॉर्निग वॉक पर निकलते हैं तो जब तक प्रदूषण का स्तर बढ़ा है तब तक पार्क ना जाए. घर पर ही योगा और एक्सरसाइज करें. अस्थमा के मरीज अपने साथ इनहेलर और दवाई लेकर जरूर निकलें. अगर जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकलें. बाहर निकलने पर चश्मा भी जरूर लगाए.

महिलाएं घर में झाड़ू लगाने की जगह गीला पोछा लगाए. झाडू लगाने से धूल उड़ती है जो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है. रसोई और बाथरूम में चिमनी और एग्जॉस्ट पंखा लगाएं.

घर के भीतर लगाए ये पौधे 

वायु प्रदूषण को कम करने के लिए घर के अंदर पौधे लगाए. आप घर में एलो वेरा, लिली, स्नेक प्लांट (नाग पौधा), पाइन प्लांट (देवदार का पौधा) मनी प्लांट, अरीका पाम और इंग्लिश आइवी लगा सकते हैं. यह पौधे घर की हवा को साफ करने में मददगार साबित होते हैं.

खाने पीने में शामिल करें विटामिन सी और ई

खाने-पीने की चीजों में विटामिन सी और विटामिन ई को शामिल करने से वायु प्रदूषण से बचा जा सकता है. विटामिन सी सबसे शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट हैं. पानी में घुलने वाला यह विटामिन हमारी फ्री रैडिकल की सफाई करता है. यही नहीं, विटामिन सी, विटामिन ई बनने में सहयोग करता है. फेफड़ों में इसके पर्याप्त स्तर को बनाए रखने के लिए अपने नियमित डाइट में विटामिन सी शामिल करना बहुत जरूरी है.

दिन भर में दो नींबूओं का रस पानी में मिलाकर जरूर पीए. नींबू विटामिन सी का सबसे अच्छा स्त्रोत है. आंवला और अमरूद को भी अपने डाइट में शामिल करें. इसके अलावा चौलाई का साग, पार्सले, गोभी और शलजम खाए. इसमें भी विटामिन सी होते हैं.

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विटामिन ई मानव टिशूज़ की क्षति से बचने का काम करता है. कनौला, पीनट और जैतून का तेल भी विटामिन ई स्त्रोत है. बादाम और सूरजमुखी के बीज में भी विटामिन ई होता है. इसलिए खाने में इसका भी इस्तेमाल करना चाहिए. फिश जैसे सैल्मन, रो और ईल में मौजूद विटामिन ई तत्व होते हैं. इसे भी अपने रेगुलर डाइट में शामिल करें.