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रोज 5 मिनट खुलकर हंसने से दूर होंगी ये बड़ी बीमारियां

अंग्रेजी में एक कहावत है कि लाफ्टर इज द बेस्ट मेडिसिन, यानि हंसी सबसे अच्छी दवा है.

Updated on: 31 Jan 2019, 08:27 AM

नई दिल्ली:

मुस्कुराता चेहरा देखने में जितना सुकून भरा लगता है उससे कही ज्यादा यह आपकी सेहत को भी भीतर से दुरुस्त करता है. अंग्रेजी में एक कहावत है कि लाफ्टर इज द बेस्ट मेडिसिन, यानि हंसी सबसे अच्छी दवा है. कोशिश करें हर रोज आप 5 मिनट खुलकर हंसें. आपको बता दें कि हंसते समय हमारे शरीर की मांसपेशियों में जो खिचाव आता है वह एक एक्सरसाइज की तरह होता है. इस बीच जो हार्मोन रिलीज होते हैं वह भी सेहत पर पोजिटिव असर डालते हैं.

खुलकर हंसने से तेज दर्द में राहत मिलती है. शोध में पाया गया है कि खुलकर हंसने से आपको अच्छी नींद भी मिलती है. इसके अलावा हम आगे आपको बता रहे हैं कि आखिर एक इंसान के लिए खुलकर हंसना कितना लाभकारी हो सकता है.

बढ़ता है आत्मविश्वास

वेबसाइट लाफ्टर ऑनलाइन यूनिवर्सिटी के मुताबिक, हंसते समय एंडॉर्फिन हॉर्मोन रिलीज़ होता है. ये हॉर्मोन आपके अंदर माफी, दया और देखभाल की भावना को बढ़ाता है, जब आपके अंदर ये भावना आती है तो इसके साथ एक सकारात्मक ऊर्जा भी आती है और आप खुश महसूस करते हैं. एंडॉर्फिन दिमाग को सकारात्मकता मिलती है और उम्मीद, आत्मविश्वास बढ़ता है.

अवसाद से मिलती है निजात

एंडॉर्फिन हॉर्मोन दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है यानि हंसने से आपका दिल भी दुरुस्त होता है. हंसने से कॉर्टिसोल व एपिनेफ्रीन का स्राव कम होता है. कॉर्टिसोल व एपनिफ्रीन तनाव पैदा करना करने वाले हॉर्मोन होते हैं. अगर आप खुलकर हंसते हैं तो आप ज़्यादा सामाजिक बनते हैं और लोगों के साथ जुड़ने की कोशिश करते हैं जिससे तनाव व अवसाद जैसी समस्या अपनेआप कम हो जाती है.

खुलकर हंसने से शरीर में खून का होता है अच्छे से प्रवाह

यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के एक शोध में पाया गया कि हंसने से शरीर में खून का प्रवाह भी बेहतर होता है. इस अध्ययन में लोगों को दो समूहों में रखा गया था. पहले समूह को कॉमेडी कार्यक्रम दिखाया गया और दूसरे को ड्रामा. शोध में पाया गया कि कॉमेडी कार्यक्रम देखकर जो लोग खुलकर हंस रहे थे उनका रक्त संचार अन्य प्रतिभागियों की तुलना में काफी बेहतर था.

बुढ़ापे में एक्टिव होते हैं ऐसे लोग

ऐसा देखा गया है कि जो लोग ज़िंदगी को खुलकर जीते हैं, वे बुढ़ापे में तेजी से चलते हैं और ज्यादा सक्रीय रह पाते हैं. साथ ही खुश रहने वाले बुजुर्ग लोगों को बिस्तर से उठने में, कपड़े पहनने में या नहाने जैसे कामों में कोई दिक्कत नहीं होती.

मुटापा होता है कम

रोज़ एक घंटा हंसने से 400 कैलोरी ऊर्जा की खपत होती है, जिससे मोटापा भी काबू में रहता है. तेज़ हंसने से चेहरे की मांसपेशियों का व्यायाम हो जाता है जिससे चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़तीं.

स्किन होती है चमकदार

हंसने से त्वचा भी अच्छी होती है. एक शोध के अनुसार हंसने के दौरान हम गहरी सांस लेने और छोड़ने की एक्सरसाइज करते हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का संचार बेहतर तरीके से होता है0 और इसकी वजह से हम लंबे समय तक तरोताजा व ऊर्जावान रह सकते हैं. हंसते समय शरीर में ज़्यादा मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है जिससे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मज़बूत होता है.