अगर आप भी अपने बच्चे को बहुत देर तक ब्रश करने को कहते हैं तो इस खबर को जरूर पढ़ें
शोध में ये बात बताई गई है कि अधिक मात्रा में टूथपेस्ट (Toothpaste) का इस्तेमाल दांतों को कमजोर करत देता है.
नई दिल्ली:
अमेरिकन डेंटल असोसिएशन की वेबसाइट ने क़रीब 1700 बच्चों पर शोध करने के बाद बताया कि अधिक मात्रा में टूथपेस्ट (Toothpaste) का इस्तेमाल दांतों को कमजोर करत देता है. वेबसाइट के मुताबिक "क़रीब चालीस फ़ीसदी अभिभावक अपने बच्चों को तय मात्रा से अधिक टूथपेस्ट देते हैं. जिस उम्र में बच्चों के दांत निकल रहे हों, उस उम्र में बच्चों को कम टूथपेस्ट देना चाहिए क्योंकि अधिक मात्रा में टूथपेस्ट का इस्तेमाल करने से उन्हें डेंटल फ़्लोरोसिस की शिकायत हो सकती है."
यह भी पढ़ेंः सरवाईकल कैंसर को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, इन लोगों को होता है सबसे ज्यादा खतरा
फ़्लोरोसिस की बड़ी वजह ये है कि टूथपेस्ट में फ़्लोराइड होता है, जो आमतौर पर दांतों को बैक्टीरिया से सुरक्षित रखता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा दांत की ऊपरी परत को घिस देती है. छोटे बच्चों के लिए टूथपेस्ट का कम इस्तेमाल करने की सलाह इसलिए भी दी जाती है.
यह भी पढ़ेंः इस वजह से बढ़ रही पुरुषों में नपुंसकता, Delhi-NCR के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा
दरअसल फ्लोरिसस का असर दांत आने वाले बच्चों के दांतों पर होता है , लेकिन अगर फ़्लोराइड की मात्रा को नियंत्रित नहीं किया जाए तो दांत बदरंग हो सकते हैं. दांतों की बनावट भी बिगड़ सकती है.वहीं इंडियन डेंटल असोसिएशन (आईडीए) की वेबसाइट के अनुसार, टूथपेस्ट सिर्फ़ दांत साफ़ करने का काम नहीं करता बल्कि यह दांतों को सुरक्षित रखने के लिए भी ज़रूरी है.
यह भी पढ़ेंः Research: थोड़ी-थोड़ी शराब पीने से नहीं कोई खतरा, दिल नहीं देगा दगा
कोई भी टूथपेस्ट ख़रीदने से पहले उस पर असोसिएशन की मान्यता ज़रूर जांच लें. आमतौर पर टूथपेस्ट में पांच तत्व शामिल होते हैं. कैल्शियम फ़ॉस्फेट्स और सोडियम मेटाफ़ॉस्फ़ेट, ग्लिसरॉल या सॉर्बिटॉल, डिटर्जेंट, फ्लेवर और कलर एजेंट और फ़्लोराइड.
आईडीए के मुताबिक, टूथब्रश का इतिहास 3500-3000 ईसा पूर्व का है. 1600 ईसा पूर्व में चीनियों ने च्यूइंग स्टिक का विकास किया और इसके बाद 15वीं शताब्दी में चीनियों ने सूअर की गर्दन के बालों से ब्रसल्स वाले ब्रश का निर्माण किया. यूरोप में भी ब्रश बनाए गए लेकिन घोड़े के बालों से.बहुत अधिक ब्रश करना भी दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है. हालांकि दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह डेंटिस्ट भी देते हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य