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यमन में फैली हैजा महामारी, 1,054 लोगों की मौत

डब्ल्यूएचओ ने घोषणा की है कि यमन में हैजा फैलने के कारण मृतकों की संख्या 1,054 हो गई है। इसके साथ ही हैजा के संदिग्ध मामलों की संख्या बढ़कर 1,51,000 हो गई है।

Updated on: 18 Jun 2017, 05:34 PM

highlights

  • यमन में हैजा फैलने के कारण मृतकों की संख्या 1,054 
  • देश की कुल आबादी के दो तिहाई यानी करीब 1.9 करोड़ लोगों को मानवीय और सुरक्षा सहायता की जरूरत
  • 1.03 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर हैं, 1.45 करोड़ को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं

नई दिल्ली:

यमन में हैजे के कारण लगातार हो रही मौतों में इजाफा हो रहा है। डब्ल्यूएचओ ने घोषणा की है कि यमन में हैजा फैलने के कारण मृतकों की संख्या 1,054 हो गई है। इसके साथ ही हैजा के संदिग्ध मामलों की संख्या बढ़कर 1,51,000 हो गई है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 27 अप्रैल के बाद से केवल सात सप्ताहों में 22 में से 20 प्रशासनिक क्षेत्रों में हैजा फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ ने पिछले महीने कहा था कि हैजा के संदिग्ध मामलों की संख्या अगले छह महीनों में तीन लाख तक पहुंच सकती है।

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संगठन ने चेतावनी दी है कि यमन में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली चरमरा चुकी है। वर्तमान में जारी संघर्ष के कारण कई अस्पताल बंद हो चुके हैं। उनमें से केवल 45 प्रतिशत का संचालन हो रहा है और वे भी सामान और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं।

देश की कुल आबादी के दो तिहाई यानी करीब 1.9 करोड़ लोगों को मानवीय और सुरक्षा सहायता की जरूरत है। करीब 1.03 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर हैं और 1.45 करोड़ को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है।