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इस गर्मा-गरम चाय का सेवन दे सकता है एसोफेगल कैंसर

कभी आपने सोचा है कि ये गर्मा-गरम चाय आपके लिए कितना नुकसान पहुंचा सकती है।

Updated on: 18 Apr 2017, 03:17 PM

नई दिल्ली:

गर्मा-गरम चाय आपका मूड ठीक कर सकती है। घंटों की थकान को दूर कर सकती है। पर कभी आपने सोचा है कि ये गर्मा-गरम चाय आपके लिए कितना नुकसान पहुंचा सकती है। एक शोध के अनुसार ये गर्मा-गरम चाय आपको एसोफैगल कैंसर दे सकती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की कैंसर एजेंसी इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ये शोध की है।

इस शोध के अनुसार, एशिया, साउथ अमेरिका और अफ्रीका में पी जाने वाली विदेशी ड्रिंक माटे एसोफैगल कैंसर का खतरा बढ़ाती है। ये ड्रिंक एक हर्बल चाय होती है। जिसे गर्म ही परोसा जाता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि इसका सेवन करने वालों कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है।

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क्या होता है एसोफेगल कैंसर
एसोफैगल कैंसर, ग्रासनली (आपके गले से पेट तक जाने वाला एक लंबा खोखला ट्यूब) में होने वाला कैंसर होता है। ग्रासनली आपके द्वारा खाए और निगले गये भोजन को पचाने के लिए पेट तक ले जाने का काम करती है। एसोफेगल कैंसर, एसोफेगस में कोशिकाओं की असामान्य बढ़ोत्तरी है ।

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एसोफेगस वह नली (ट्यूब) होती है, जो गले से आपके पेट तक भोजन और पानी को ले जाती है। एसोफेगस की नार्मल लाईनिंग को स्क्‍वामस एपिथीलियम कहते हैं । यह वह कोशिकीय परत (सेलुलर लाईनिंग) है जो आपके मुंह, गले और फेफड़ों में पाई जाती है।