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2016 में टीबी से मरने वालों में भारत सबसे ऊपर, 4.23 लाख मौतें दर्ज: WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2016 में दुनिया भर में ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) के 1.04 करोड़ नए मामले सामने आए।

Updated on: 31 Oct 2017, 10:23 AM

नई दिल्ली:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2016 में दुनिया भर में ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) के 1.04 करोड़ नए मामले सामने आए, जिसमें 64 फीसदी के साथ सात देशों में भारत पहले नंबर पर है। इसकी वजह से भारत में करीब 4.23 लाख मौतें दर्ज की गई। 

सोमवार को जारी बयान में कहा है कि 2016 में टीबी से 17 लाख बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की मौत हुई। हालांकि 2015 के मुकाबले इसमें 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
टीबी से मरने वाले मरीजों की संख्या एचआईवी पॉजिटिव लोगों की मृत्यु को छोड़कर 2015 में 478,000 तथा 2014 में 483,000 रही।

डब्ल्यूएचओ की वैश्विक टीबी रिपोर्ट 2017 के अनुसार भारत, इंडोनेशिया, चीन, फिलीपींस, पाकिस्तान , नाजीरिया और साउथ अफ्रीका में इससे गंभीर रूप से प्रभावित है। भारत के अलावा चीन और रूस में 2016 में दर्ज किए मामलों में करीब आधे 4,90,000 मामलें मल्टीड्रग-रेसिस्टैंट टीबी के है।

जिन देशों में टीबी के मामले ज्यादा है उनमें मुख्य रूप से बीमारी का पता लगाने की संरचना और इलाज करने की सुविधाओं का अभाव है। ऐसे में योजनानुसार 2030 तक इसे खत्म करने में बहुत संघर्ष करना पड़ सकता है। 

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