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ब्‍लड प्रेशर बढ़ा रहा आपके किडनी पर प्रेशर, कुछ गलत होने से पहले कर लें ये उपाय

भारत में पिछले दो दशकों में तेजी से हुए शहरीकरण तथा बदलती जीवनशैली के परिणामस्वरूप हमारे खानपान में आए परिवर्तन फास्टफूड, कोकाकोलोनाइजेशन, शारीरिक श्रम में कमी, भागदौड़, जिन्दगी से उत्पन्न तनाव Diabetes का महत्वपूर्ण वजह है. ब्लड प्रेशर का बढ़ना, चेहरे पर सूजन, पेशाब में प्रोटीन या खून आ रहा है तो सावधान हो जाएं. बढ़ता ब्‍लड प्रेशर आपके गुर्दे पर इस कदर प्रेशर बढ़ाता है जिससे आपकी किडनी फेल हो सकती है.

Updated on: 13 Nov 2018, 11:49 AM

नई दिल्ली:

भारत में पिछले दो दशकों में तेजी से हुए शहरीकरण तथा बदलती जीवनशैली के परिणामस्वरूप हमारे खानपान में आए परिवर्तन फास्टफूड, कोकाकोलोनाइजेशन, शारीरिक श्रम में कमी, भागदौड़, जिन्दगी से उत्पन्न तनाव Diabetes का महत्वपूर्ण वजह है. ब्लड प्रेशर का बढ़ना, चेहरे पर सूजन, पेशाब में प्रोटीन या खून आ रहा है तो सावधान हो जाएं. बढ़ता ब्‍लड प्रेशर आपके गुर्दे पर इस कदर प्रेशर बढ़ाता है जिससे आपकी किडनी फेल हो सकती है.

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एक अनुमान के अनुसार लगभग भारत का हर 12वां शहरी वयस्क मधुमेह यानी Dianetese का रोगी है. नारायणा सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल के नेफ्रोजिस्ट डॉ.सुदीप सिंह सचदेव का कहना है कि अगर किसी मरीज को रक्तचाप की बीमारी है तो उसे नियमित दवा से ब्लड प्रेशर की 120 से 30/70-80 तक कंट्रोल करने पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर ब्लड प्रेशर बढ़ा रहता है तो गुर्दे खराब हो सकते हैं. इस बीमारी में भी पेशाब में प्रोटीन आना शुरू हो जाती है. ब्लड प्रेशर भी डायबिटीज के बाद गुर्दे खराब करने का एक प्रमुख कारण है.

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डॉ.सुदीप सिंह सचदेव का कहना है कि वे लोग जो कि डायबिटीज के मरीज हैं, उनमें से लगभग आधे लोग किडनी समस्या से पीड़ित हैं. इन लोगों के लिए आवश्यक है कि वे अपनी नियमित जांच कराएं और किडनी जांच पर विशेष तौर पर ध्यान दें. डायबिटीज से होने वाली किडनी समस्या का उपचार उपलब्ध है, बशर्ते समय रहते उसका निदान किया जा सके. अपने शुगर लेवल को नियंत्रण में ही रखें. आप का रक्तचाप जितना कम होगा आप की किडनी की कार्यशैली भी उतनी देर से ही दुष्प्रभावित होगी.

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नेफ्रोलाजिस्‍ट डाॅ. शरद अग्रवाल बताते हैं कि उच्च रक्तचाप से हार्ट अटैक, ब्रेन अटैक हो सकता है लेकिन बहुत कम लोगों को ही यह मालूम है कि इससे किडनी को भी नुकसान पहुंच सकता है. विशेषकर उन केसों में जहां पीड़ित दिल की समस्या व डायबिटीज से पीडि़त होता है.गुर्दे फेल होने से पहले आने वाले लक्षणों में भूख में कमी, उल्टी होने की सम्भावना लगना या उल्टी होना, शरीर में खून की कमी, थकावट रहना तथा ब्लड प्रेशर का होना आदि हैं. जो गुर्दे फेल होने की तरफ इशारा करते हैं.

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फिजिशियन डॉ सुदीप सरन बताते हैं कि जिन मरीजों को डायबिटीज की बीमारी है उनको गुर्दे की बीमारी होने की काफी सम्भावनाएं रहती हैं. आकड़ें बताते हैं कि डायबिटीज गुर्दे फेल होने का एक प्रमुख कारण है. इसलिए डायबिटीज के रोगियों को शुरूआती लक्षणों का ज्ञान होना अति आवश्यक है. अगर रोगी के परिवार में किसी निकट सम्बन्धी के पूर्व में डायबिटीज से गुर्दे खराब हो चुके हैं तो उसके भी गुर्दे खराब होने की सम्भावना बढ़ जाती है.