हाई ब्लड प्रेशर से बच्चों के अंगों पर पड़ता है बुरा असर, जानें कैसे करे बचाव
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या न केवल अधिक उम्र के लोगों बल्कि बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है। अगर आप के बच्चे ब्लड प्रेशर से जूझ रहे है तो सावधान हो जाइये।
नई दिल्ली:
हाई ब्लड प्रेशर विश्व स्वास्थ्य बहस का एक मुद्दा रहा है जिससे दुनियाभर में लगभग एक करोड़ लोग पीड़ित हैं।
WHO का अनुमान है कि हाई ब्लड प्रेशर स्ट्रोक से होने वाली कम से कम 51 प्रतिशत मौतों के लिए जिम्मेदार है, और 45 प्रतिशत मौतें दिल की बीमारी के कारण होती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या न केवल अधिक उम्र के लोगों बल्कि बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है। अगर आप के बच्चे ब्लड प्रेशर से जूझ रहे है तो सावधान हो जाइये।
एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ब्लड प्रेशर की समस्या को नजरअंदाज करने से अंग क्षतिग्रस्त हो सकते है। ब्लड प्रेशर से न सिर्फ वयस्कों के ऑर्गन फेल होने का खतरा होता है बल्कि बच्चों में भी इसका जोखिम हो सकता है।
सैन फ्रांसिस्को में हाइपरटेन्शन पर 2017 अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) काउंसिल में हुए अध्ययन के माध्यम से टीम ने देखा कि क्या किशोरों में अंग क्षति 95 परसेंटाइल से कम हो जाती है।
और पढ़ें: भारतीय महिलाओं में बढ़ा ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, अपनाएं हेल्दी जीवनशैली
किशोरों में हाई ब्लड प्रेशर परसेंटाइल के आधार पर परिभाषित है और अधिक उम्र के लोगों में ब्लड लेवल के आधार पर। सैन फ्रांसिस्को में हाइपरटेंशन पर 2017 अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) काउंसिल पर के अध्ययन प्रस्तुत किया गया था।
टीम ने देखा कि क्या किशोरावस्था में अंग नुकसान 95 प्रतिशत से नीचे होता है या नहीं। शोधकर्ताओं ने 180 किशोरों (14-17 वर्ष की उम्र में, 64 प्रतिशत सफेद, 57 प्रतिशत पुरुष) में रक्तचाप और ऑर्गन क्षति की जांच की।
निष्कर्ष में पता चला कि जिन किशोरों का ब्लड प्रेशर 80 परसेंटाइल से कम था उन्हें 'normal' वर्गीकृत किया गया।
और पढ़ें: 5 तरीके जिनसे आप 50 की उम्र में भी दिखेंगे बिलकुल युवाओं जैसे
जिन किशोरों का ब्लड प्रेशर 80 -90 प्रतिशत पाया गया उनमे ऑर्गन फेलियर का खतरा ज्यादा नजर आया। अपनी आहार में ज्यादा मात्रा में नमक शामिल करने से सहरीर में यूरिक एसिड बनने लगता है। इसके साथ उच्च रक्तचाप होने की आशंका भी बानी रहती है।
ज्यादा सोडियम लेने से वक्त के साथ यूरिक एसिड और पेशाब में एल्बुमिन का स्तर बढ़ता रहता है।
अगर आहार में नमक की मात्रा ज्यादा होगी और यह दोनों जितने ज्यादा होंगे, हाइपरटेंशन होने का खतरा भी उतना ही अधिक होगा।
और पढ़ें: Navratri 2017: देखना हो नवरात्रि के विभिन्न रंग तो करें पश्चिम बंगाल से दिल्ली तक का सफर
ऐसे करें बचाव
पोटैशियम से भरपूर भोजन, जैसे शकरकंद, एवोकैडो, पालक, फलियां(बींस), केला खाने और यहां तक कि कॉफी पीना रक्तचाप को घटाने में मददगार हो सकता है। वयस्कों को कम रक्तचाप बनाए रखने के लिए प्रति दिन कम से कम 4.7 ग्राम पोटैशियम लेना चाहिए।
अपनी आहार में नमक की मात्रा को कम करें। हर दिन केवल पांच ग्राम नमक को अपनी आहार में शामिल करें। आलू का सेवन भी रक्तचाप के खतरे को ज्यादा बढ़ाता है। अगर आपको आलू या फ्रेंच फ्राइज खाना बेहद अच्छा लगता है? अगर हां, तो आपको उच्च रक्तचाप का खतरा झेलना पड़ सकता है।
दुनिया में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले आलू में भरपूर मात्रा में पोटेशियम होता है।फ्रेंच फ्राइज का ज्यादा सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों में हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को 17 फीसदी बढ़ा सकता है।
इतना ही नहीं, आलू का ग्लायसेमिक इंडेक्स अन्य सब्जियों की तुलना में ज्यादा होता है। इसलिए यह रक्त शर्करा के स्तर को भी तेजी से बढ़ा सकता है।
और पढ़ें: सोने से पहले करें इन 5 ड्रिंक्स का सेवन, नहीं बढ़ेगा मोटापा
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य