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चेन्नई: ब्रेन सर्जरी के दौरान ऑपरेशन टेबल पर लड़की खेल रही थी कैंडी

चेन्नई में एक अनोखा मामला सामने आया है। एक ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के दौरान 10 साल की बच्ची कैंडी क्रश खेलती रही।

Updated on: 12 Sep 2017, 12:01 AM

नई दिल्ली:

चेन्नई में एक अनोखा मामला सामने आया है। एक ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के दौरान 10 साल की बच्ची कैंडी क्रश खेलती रही। जी सहीं पढ़ रहे हैं आप। दरअसल लड़की के जगे रहने और एक्टिव होने से डॉक्टर्स को सही इलाज करने में मदद मिलती रही।

बुधवार को क्लास 5 की छात्रा और एक भरतनाट्यम डासंर नंदिनी को अचानक दौरा पड़ने की शिकायत पर एसआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्कैन से पता चला कि उसके ब्रेन के एक जरूरी हिस्से में ट्यूमर है। जो उसके शरीर के दायें हिस्से के चेहरे, हाथ और पैर आदि की गतिविधियों को नियंत्रित कर रहा है।

अस्पताल के न्यूरोसर्जन डा. रूपेश कुमार ने उसके माता-पिता को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगर ये ट्यूमर बढ़ गया तो लड़की को लकवा मार सकता है।

एक पारंपरिक प्रक्रिया में, इसे क्रोनोटमी कहा जाता है। जिसमें मरीज को बेहोश करके स्पेशल टूल के जिरए खोपड़ी से हड्डी की एक डिस्क निकाल दी जाती है। डॉ कुमार ने कहा, 'मैं ट्यूमर को हटाने की परंपरागत पद्धति नहीं अपनाना चाहता था, यह ब्रेन का संवेदनशील हिस्सा था और अगर हम गलती से गलत तंत्रिका को छूते हैं, तो उसके शरीर के बाएं आधे हिस्से की पूरी पक्षाघात हो सकती है।'

डॉक्टरों ने रोगी को जगाए और एक्टिव रखकर इस सर्जरी को करने का निर्णय लिया। एसआईएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेस डायरेक्टर डॉ सुरेश बापू ने बताया कि लगभग 2% ब्रेन ट्यूमर के रोगियों में इस तरह की सर्जरी की जाती है। हालांकि इस तरह की सर्जरी वयस्कों की ही जाती है, बच्चों में इस तरह का मामला दुर्लभ होता है।

ब्रेन के न्यूरॉन्स में दर्द रिसेप्टर्स नहीं होने के कारण रोगियों को सर्जरी के दौरान कोई दर्द नहीं होता। उसके माता-पिता पहले से इस सर्जरी के लिए संकोच कर रहे थे, लेकिन पुडुचेरी में रहने वाले उसके एक रिश्तेदार, जो खुद एक डॉक्टर है, के समझाने पर वे मान गए।

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नंदनी के अंकल उस दौरान खुद ऑपरेशन थिएटर में मौजूद रहे। उन्होंने कहा, 'नंदिनी मेरे सेलफोन पर कैंडी क्रश खेल रही थी। जब हमने उसे अपने हाथों और पैरों को मूव करने को कहा, तो वो करती रही। सर्जन को यह सुनिश्चित करना था कि जिस बिंदु पर वह काम कर रहा है वह उसकी गतिशीलता को प्रभावित नहीं करता है। वह बहादुर है।'

परिवार ने डॉक्टरों को बताया कि वे पोस्ट सर्जिकल तनाव के बारे में चिंतित थे, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि मेडिकल हिस्ट्री में इस तरह की सर्जरी बच्चों में सुरक्षित थी।

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