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'पद्मावत' का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने स्कूल बस को बनाया निशाना

स्कूल बस में बैठे सभी छात्र और शिक्षिका किसी तरह से सीट के नीचे बैठकर ख़ुद को बचाते रहे।

Updated on: 25 Jan 2018, 12:08 AM

नई दिल्ली:

'पद्मावत' के रिलीज पर रोक लगाने के लिए राजपूत करणी सेना संगठन द्वारा किया जा रहा प्रदर्शन अब भयानक रूप लेता जा रहा है। हरियाणा के गुरुग्राम में बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने एक स्कूल बस को निशाने पर लेते हुए जमकर तोड़फोड़ किया।

स्कूल बस में बैठे सभी छात्र और शिक्षिका किसी तरह से सीट के नीचे बैठकर ख़ुद को बचाते रहे। अच्छी बात यह रही कि इस घटना में किसी भी छात्र या शिक्षक को कोई गंभीर चोट नहीं आई।

स्कूल स्टाफ़ ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया, 'प्रदर्शनकारियों से बचने के लिए हमलोग जल्दी ही स्कूल से बस में बैठकर बाहर निकल गए थे। लेकिन हम उनकी चपेट में आ गए। पुलिस का उनपर क़ाबू पाना मुश्किल हो गया था। जिसके बाद किसी तरह बच्चों ने बस के अंदर खुद को बचाया।'

कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि राज्य सरकार क़ानून व्यवस्था को लागू करने में नाकाम रहे है। राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर पा रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने कहा, 'जिस तरह से स्कूली बस पर हमला किया गया और एक बस में आग लगा दी गई उन्हें क्षमा नहीं किया जा सकता है। खट्टर सरकार राज्य में क़ानून-व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर सभी मोर्चे पर नाकाम रही है। ये उनकी ज़िम्मेदारी है कि वो सुप्रीम कोर्ट के आदेश को कायम रखे। अगर वह ऐसा नहीं कर पा रहे तो फिर उन्हें सरकार में बने रहने का कोई हक़ नहीं।'

बता दें कि बुधवार को एक अन्य घटना मेंगुरुग्राम के सोहना रोड पर उग्र भीड़ ने एक रोडवेज बस में आग लगा दी। 

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हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा, 'हरियाणा सीएम ने लोगों की भावनाओं का ख़्याल रखते हुए पहले ही सिनेमा मालिकों से फिल्म नहीं दिखाने को कहा था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि फिल्म को दिखाया जाए। इसलिए राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वो कोर्ट के आदेश का पालन करें। जिसके बाद खट्टर सरकार ने सिनेमा हॉल मालिकों से कहा है कि अगर वो फिल्म दिखाना चाहते हैं तो दिखाए, सरकार उनके सुरक्षा के लिए सारे इंतज़ाम करेगी।'

ज़िलाधिकारी विनय प्रताप सिंह ने कहा, 'सभी ज़िलों में 28 जनवरी तक धारा 144 लागू कर दिया गया है। सभी संवेदनशील इलाक़ों में कार्यकारी मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्सेज़ को भेजा गया है। हमने लोगों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अपील की है अगर वो प्रदर्शन करना ही चाहते हैं तो। हमने किसी स्कूल, कॉलेज या बार को बंद करने का निर्देश जारी नहीं किया है।'

हरियाणा कानून व्यवस्था एडीजीपी (एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस) मोहम्मद अकील ने कहा, 'राज्य में क़ानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। कुछ इलाक़ों में हिंसा की घटना हुई थी लेकिन अब मामला पर क़ाबू पाया जा चुका है। साथ ही इस घटना में शामिल गुंडो पर तत्काल कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।'

बता दें कि गुरुग्राम में मंगलवार से ही धारा 144 लागू है, इसके बावजूद राज्य में हिंसा हो रही है और हरियाणा पुलिस इसे रोकने में नाकाम दिखाई दे रही है।

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