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हनीप्रीत से हुई घंटों हुई थी पूछताछ, नहीं दिये कई सवालों के जवाब, बताया था खुद को बीमार

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसआईटी के अधिकारियों और महिला पुलिस अधिकारियों ने चंडीमंदिर पुलिस थाने में उसकी गिरफ्तारी के बाद उससे कई घंटे पूछताछ की।

Updated on: 06 Oct 2017, 07:12 AM

highlights

  • हरियाणा पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हनीप्रीत से की घंटों पूछताछ
  • पूछताछ में हनीप्रीत ने अपने ठिकानों समेत कई सवालों के नहीं दिये जवाब
  • बुधवार को पुलिस पंचकूला कोर्ट में हनीप्रीत को करेगी पेश

नई दिल्ली:

गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को पुलिस रिमांड में है। इससे पहले जब बीते मंगलवार को हनीप्रीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर घंटों पूछताछ की थी। पंचकूला कोर्ट में पेशी से पहले पुलिस की विशेष जांच टीम के अधिकारियों ने कई घंटों तक हनीप्रीत से पूछताछ की थी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसआईटी के अधिकारियों और महिला पुलिस अधिकारियों ने चंडीमंदिर पुलिस थाने में उसकी गिरफ्तारी के बाद उससे कई घंटे पूछताछ की।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'उसने अपने ठिकाने, हिंसा भड़काने में अपनी भूमिका और हिंसा से जुड़े लोगों को धन मुहैया कराने से संबंधित प्रश्नों के गोलमोल जवाब दिए।'

हनीप्रीत ने रात में सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। हालांकि चिकित्सकों ने उसे बिल्कुल स्वस्थ बताया।

पंचकूला के पुलिस आयुक्त ए.एस. चावला ने बताया कि हनीप्रीत पिछले कुछ दिनों में कहां रही और उसे छिपे रहने में किसने मदद की इस बारे में जांच की जाएगी।

पुलिस ने पिछले 38 दिनों से फरार रही हनीप्रीत को देशद्रोह के आरोप में मंगलवार को जिराकपुर-पटियाला राजमार्ग से गिरफ्तार किया था।

सूत्रों के मुताबिक हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत से ये सवाल पूछे-

1. पुलिस - रोहतक की सुनारिया जेल से निकलने के बाद कहां गई थी?

    हनीप्रीत- मैं बहुत डर गई थी, अपने माता-पिता के पास गई थी।

2. पुलिस- तुम पुलिस के सामने क्यों नहीं आई ?

    हनीप्रीत- मैं डिप्रेशन में आ गई थी, समझ में नहीं आया क्या करूं।

3. पुलिस- तुम्हारे पास कुछ इंटरनेशनल नंबर के सिम कार्ड कैसे आए?

    हनीप्रीत- जवाब नहीं दिया।

4. पुलिस- जानकारी है तुमने इंटरनेशनल नंबरों से WhatsApp कॉल किए?

    हनीप्रीत- जवाब नहीं दिया।

5. पुलिस- WhatsApp कॉलिंग और पुलिस से बचने के लिए किसने कहा?

    हनीप्रीत- जवाब नहीं दिया।

6. पुलिस- जानकारी है तुम आदित्य इंसा, पवन इंसा से बात करती थी?

   हनीप्रीत- मैंने ऐसा कुछ नहीं किया।

7. पुलिस- आदित्य, पवन इंसा से आखिरी बार कब बात हुई ?

   हनीप्रीत- 25 अगस्त को आखिरी बार बात हुई थी।

8. पुलिस- अभी पवन इंसा और आदित्य इंसा कहां पर हैं?

   हनीप्रीत- मुझे कोई भी जानकारी नहीं वो दोनों इस वक्त कहां हैं।

9. पुलिस- दंगा करवाने में डेरे की कमेटी के लोगों का क्या रोल था?

    हनीप्रीत- मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

10. पुलिस- राम रहीम का पंचकूला में दंगे करवाने में क्या रोल है ?

    हनीप्रीत- मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

11. पुलिस- पंचकूला में दंगा करवाने में अहम रोल किसका था?

   हनीप्रीत- मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

12. पुलिस- पंचकूला में दंगा करवाने के लिए कितने रुपए भेजे गए थे?

      हनीप्रीत- मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

13. पुलिस- तुमने पुलिस के सामने पहले सरेंडर क्यों नहीं किया?

     हनीप्रीत- जवाब नहीं दिया।

14. पुलिस- तुम्हें पुलिस की रेड से पहले ही कौन जानकारी देता था?

     हनीप्रीत- जवाब नहीं दिया।

15. पुलिस- अगर रेड की जानकारी नहीं थी तो पहले कैसे बच निकली?

    हनीप्रीत- मैं कहीं नहीं भागी, मुझे पुलिस रेड की जानकारी नहीं थी।

16. पुलिस- पुलिस रेड की जानकारी किसके जरिए मिलती थी?

    हनीप्रीत- मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं मिलती थी।

17. पुलिस- बठिंडा में तुम्हें छिपाने में हरमिंदर जस्सी ने क्या मदद की?

    हनीप्रीत- 25 अगस्त के बाद से मैं हरमिंदर सिंह जस्सी से नहीं मिली।

पंचकूला में एक अदालत ने पिछले महीने डेरा के मुख्य कार्यकारियों हनीप्रीत, आदित्य इंसां और पवन इंसां के खिलाफ गिरफ्तारी वांरट जारी किया था।

हरियाणा पुलिस ने इन तीनों पर देशद्रोह, हिंसा भड़काने और डेरा प्रमुख को सीबीआई द्वारा 25 अगस्त को 1999 में दो शिष्याओं के साथ रेप के मामले में दोषी ठहारए जाने के बाद उसे भगाने की साजिश रचने का मामला दर्ज किया है।

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हरियाणा पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अलर्ट जारी किया था। राम रहीम को 20 साल कठोर कारावास और 30 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई है।

रेप की सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में भड़की हिंसा में 38 लोग मारे गए थे और 264 लोग घायल हुए थे। हिंसा की अलग-अलग घटनाएं दिल्ली और पंजाब के कई स्थानों पर हुई थीं।

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