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गुजरात: हार्दिक के करीबी नरेंद्र ने जारी किया 'रिश्वतखोरी का ऑडियो टेप', BJP पर लगाया 'डील' का आरोप

गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच हार्दिक पटेल के करीबी पाटीदार नेता नरेंद्र पटेल ने रिश्वतखोरी का कथित ऑडियो टेप जारी किया है, जिसपर सियासी बवाल खड़ा हो सकता है।

Updated on: 27 Oct 2017, 01:32 PM

highlights

  • हार्दिक पटेल के करीबी नरेंद्र पटेल ने ऑडियो टेप जारी कर बीजेपी पर लगाया रिश्वत देने का आरोप
  • नरेंद्र पटेल बीजेपी में शामिल होने के दो घंटे बाद पार्टी छोड़ दी थी और बीजेपी पर एक करोड़ रुपये की पेशकश का आरोप लगाया था

नई दिल्ली:

गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच हार्दिक पटेल के करीबी पाटीदार नेता नरेंद्र पटेल ने रिश्वतखोरी का कथित ऑडियो टेप जारी किया है।

नरेंद्र पटेल ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ बीजेपी ने उन्हें कथित तौर पर खरीदने की कोशिश की।

उन्होंने खरीद-फरोख्त का कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी करते हुए दावा किया कि बीजेपी नेता वरुण पटेल टेलीफोन पर पैसे की लेन-देन की बात कर रहे हैं।

नरेंद्र पटेल ने जो ऑडियो क्लिप गुरुवार को मीडिया को दिये उसमें वरूण पटेल उन्हें कथित तौर पर यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, '60 प्रतिशत राशि उन्हें बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस के बाद मिल जाएगी जबकि बाकी का पैसा अगले दिन पार्टी के एक कार्यक्रम में दिया जाएगा।'

न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, सोशल मीडिया पर क्लिप के वायरल होने के बाद से नरेंद्र पटेल और वरूण पटेल के फोन बंद आ रहे हैं।

पटेल के कथित ऑडियो क्लिप पर खबर लिखे जाने तक बीजेपी की आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। न्यूज स्टेट नरेंद्र पटेल के ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता है।

पढ़ें, पूरी बातचीत

वरुणः आप यहां रात को ठहरने कि गिनती के साथ आना।
नरेन्द्रः रुकने कि।
वरुणः कल दोपहर को सम्मेलन है, शाम को आपकी प्रेस होगी, इस लिये रुकने कि गिनती के साथ आना, 60 प्रतिशद आज मिलेगा। 
नरेन्द्रः 60 नहीं यार, हमारी बात पुरे कि हुई थी।
वरुणः मेरी बात सुनो, 60 अभी मिलेगा, 40 कल सम्मेलन खत्म होने के बाद या सम्म्लेन शुरु होने से पहेले। पुरी जिन्मेदारी मेरी।
नरेन्द्रः वो तो मुझे विश्वास है तुम पर, आज जो मुझे मिले ओर वो मेरे बच्चे लेकर निकल जाए।
वरुणः चलेगा कोई बात नही है।
नरेन्द्रः इस के बाद प्रेस करेंगे। 
वरुणः लडकों को प्रेस में बिठा देना।
नरेन्द्रः नही वो लेके निकल जाए उसके बाद प्रेस करना। 
वरुणः लेकिन प्रेस में बैठने के लिये चार पांच लोग तो चाहिए। 
नरेन्द्रः वो तो हम दूसरे लायेंगे। अरे आधे घंटे का टाइम तो चहिये यहां बुलाने के लिए। 
वरुणः आप हेना दूसरी सभी चिंता मुझपर छोड़ दिजीए, वो जिन्मेदारी मेरी। 
नरेन्द्रः हो वो तो ठीक है।
वरुणः सारी जिन्मेदारी मेरी, 5 लोग प्रेस में बैठने चाहिए। 
नरेन्द्रः डिल मिले उसके आंधे धंटे बाद प्रेस करेंगे। इसी तरह से स्ट्रेटजी कर करेंगे। 
वरुणः ऐसा नही करना है, चलो ठीक हे आप आ जाओ गांधीनगर। उसके बाद बात करते हैं।

कब शुरू हुआ विवाद?

22 अक्टूबर की रात को उत्तरी गुजरात के पाटीदार अनामत आन्दोलन समिति (पीएएएस) के संयोजक नरेंद्र पटेल ने बीजेपी में शामिल होने के दो घंटों के बाद ही पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने 'रुपयों के बंडल' दिखाते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने उन्हें यह पैसा दिया है और एक करोड़ में 'खरीदने' की कोशिश की है।

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नरेंद्र पटेल ने कहा कि 21 अक्टूबर की शाम को बीजेपी से जुड़ने वाले वरुण पटेल रविवार को उन्हें गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतूभाई वाघानी और अन्य नेताओं से मिलाने के लिए ले गए जहां उन्हें '1 करोड़ रुपये के सौदे के एक हिस्से के रूप में 10 लाख रुपये दिए गए।'

उन्होंने दावा किया था की कथित सौदेबाजी का ऑडियो क्लिप जारी करेंगे। जिसके बाद नरेंद्र पटेल ने गुरुवार को ऑडियो क्लिप जारी किया। उन्होंने पूरे मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग की है।

गांधीनगर की एक स्थानीय अदालत ने बीजेपी नेताओं पर घूस की पेशकश के नरेंद्र पटेल के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं।

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इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस पार्टी का कहना था कि भ्रष्टाचार का आरोप 'काफी गंभीर' है और नरेंद्र पटेल का कहना है कि गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जितुभाई वघानी दोषी हैं।

कांग्रेस ने कहा, 'इस पर प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष को प्रतिक्रिया देनी चाहिए। गुजरात भाजपा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। गुजरात हाईकोर्ट के सेवारत न्यायाधीश के अंतर्गत जांच होनी चाहिए। अगर यह नहीं किया जाता है तो आनेवाले समय में गुजरात चुनाव की पवित्रता पर सवाल उठेंगे।'

कौन हैं वरुण पटेल
पाटीदार अनामत आन्दोलन समिति (पीएएएस) के नेता हार्दिक पटेल के करीबी रहे वरुण पटेल पिछले दिनों बीजेपी में शामिल हो गए थे। पाटीदार आंदोलन के दौरान वरुण ने अहम भूमिका निभाई थी।

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