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हार्दिक पटेल का बीजेपी पर आरोप- आंदोलन वापस लेने के लिए मिला था 1200 करोड़ का ऑफर

हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी ने पीएएएस के नेताओं को तोड़ने पाटीदार वोटों को बांटने के लिए कुछ स्वतंत्र उम्मीदवार खड़ा करने के लिए 200 करोड़ रुपये का फंड बनाया था।

Updated on: 22 Nov 2017, 04:08 PM

highlights

  • हार्दिक पटेल ने बीजेपी पर आंदोलन तोड़ने के लिए पैसे देने का लगाया आरोप
  • पाटीदार नेताओं को तोड़ने और वोटों को बांटने के लिए बीजेपी ने बनाया 200 करोड़ का फंड: हार्दिक
  • हार्दिक ने कहा- आरक्षण पर कांग्रेस से पीएएसी की बात बनी

नई दिल्ली:

पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को जहां कांग्रेस द्वारा पाटीदारों के आरक्षण की मांग को स्वीकार कर लेने का दावा किया वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी ने पीएएएस के नेताओं को तोड़ने और पाटीदार वोटों को बांटने के लिए कुछ स्वतंत्र उम्मीदवार खड़ा करने के लिए 200 करोड़ रुपये का फंड बनाया था। यही नहीं, हार्दिक ने यह भी कहा कि बीजेपी ने उन्हें 1200 करोड़ रुपये ऑफर किए थे।

हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा, 'बीजेपी ने हमेशा पाटीदारों का वोट के लिए इस्तेमाल किया है। पाटीदारों के लिए यह केवल लॉलीपॉप की तरह रहा।'

हार्दिक के मुताबिक, 'बीजेपी ने पीएएएस के प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए 1200 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था। मैंने उसे ठुकरा कर विरोध जारी रखना और जेल जाना बेहतर समझा।'

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हार्दिक ने साथ ही कहा, 'उत्तरी गुजरात में हमारे संयोजक को तोड़ने के लिए कई प्रयास हुए। 50 लाख रुपये तक ऑफर हुए। बीजेपी को हार का डर है इसलिए वह सभी प्रकार की रणनीति अपना रही है।'

इससे पहले हार्दिक पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कांग्रेस के साथ सीटों पर मतभेद नहीं है और उनका आरक्षण पर फॉर्मूला स्वीकार है।

हार्दिक ने कहा, 'कांग्रेस ने कहा है कि आरक्षण किसी का नहीं कटेगा, अगर कांग्रेस गुजरात मे जीती तो जल्द से जल्द सदन में एक बिल पारित कर गैर आरक्षित जातियों और ओबीसी को आरक्षण दिया जाएगा।'

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