logo-image

गुजरात चुनाव: हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को दी आरक्षण पर सोचने के लिए 7 नवंबर तक की मोहलत

हार्दिक पटेल ने कहा कि जल्द ही वे आरक्षण के कानूनी पहलू पर अच्छे वकील के साथ मिलकर कांग्रेस से दोबारा चर्चा करेंगे।

Updated on: 31 Oct 2017, 08:51 AM

highlights

  • आरक्षण के मुद्दे पर अभी नहीं बन सकी है बात, अगली मीटिंग में चर्चा
  • पाटीदार समाज के लोगों के खिलाफ दर्ज केस वापस होंगे
  • गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को होनी है वोटिंग

नई दिल्ली:

गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ खड़े नजर आ रहे पाटिदार नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। साथ ही कांग्रेस को भी आरक्षण पर सोचने के लिए 7 नवंबर तक की मोहलत दी है।

हालांकि, पाटिदार नेताओं और कांग्रेस के बीच सोमवार को हुई बैठक में कई बातों पर सहमति भी बनी। हालांकि, आरक्षण का मुद्दा अब भी बना हुआ है।

कांग्रेस के साथ बैठक के बाद नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए हार्दिक ने कहा कि जो पार्टी सत्ता में नहीं है, उस पर विश्वास करना सही है। हार्दिक पटेल ने कहा कि वह और दूसरे नेता इसलिए कांग्रेस के साथ बात कर रहे हैं क्योंकि सत्ता में बैठी पार्टी उनसे ठोस मुद्दो पर बात करने के लिए तैयार ही नहीं है।

साथ ही हार्दिक पटेल ने कहा कि जल्द ही वे आरक्षण के तकनीकी और कानूनी मुद्दों पर अच्छे वकील के साथ मिलकर चर्चा करेंगे। हार्दिक ने कहा कि वह न ही राहुल गांधी के रैली के समर्थन में और न ही विपक्ष में ही हैं और बस अपने समाज के लिए आरक्षण चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पाटीदार 7 नवंबर तक आरक्षण पर कांग्रेस के प्लान का इंतजार करेंगे।

यह भी पढ़ें: यूपी में रंगों की सियासत, सीएम योगी आदित्यनाथ का दफ्तर भगवा रंग में रंगा

हार्दिक ने कहा, 'मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। अगर सत्ता पर बैठी पार्टी चर्चा नही करती तो विपक्ष से बात करना गलत नही है। हम किसी के समर्थन मे नही हैं और न ही किसी के विरोध में। हम भाजपा के साथ कभी नही बैठेंगे। भाजपा हो या कांग्रेस हमारा स्टैन्ड साफ है। आकाश से लाओ या पाताल से मुझे आरक्षण चाहिये।'

कांग्रेस और पाटीदार नेताओं के बीच बैठक से क्या निकला..

1. कांग्रेस हिंसा पर विशेष जांच टीम से जांच कराने को तैयार, पाटीदार समाज के लोगों के खिलाफ दर्ज केस वापस होंगे
2. हिंसा में मरने वालों को आर्थिक सहायता और परिवार के एक व्यक्ति को नोकरी देने का वादा
3. बिन आरक्षण आयोग की स्थापना करके 2000 करोड का फंड
4. आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा बाकी, अगली मीटींग मे होगो चर्चा

गौरतलब है कि गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण के लिए 9 दिसंबर को 19 जिलों में जबकि दूसरे चरणे के तहत 14 दिसंबर को 14 जिलों में वोटिंग होनी है। चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।

यह भी पढ़ें: मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव का फिर विरोध करेगा चीन, तैयार की योजना