logo-image

राजकोट: उठनी थी बेटी की डोली, पैसे की कमी से जूझ रहे दलित पिता ने की खुदकुशी

गुजरात के राजकोट में बेटी की शादी के लिए नकदी की किल्लत से परेशान दलित शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

Updated on: 22 Nov 2016, 09:41 PM

नई दिल्ली:

500 और 1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध ने एक और जान ली है। गुजरात के राजकोट में बेटी की शादी के लिए नकदी की किल्लत से कथित तौर पर परेशान दलित शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

45 वर्षीय त्रिभुवन सुमेसारा का शव एजी डीआईडीसी के निकट खोदियारनगर इलाके में उसके घर में पंखे से लटका हुआ पाया गया। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि सुमेसारा अगले महीने अपनी बेटी की शादी के लिए रुपये की व्यवस्था करने में नाकाम रहने को लेकर बहुत अधिक निराश था।

सब इंस्पेक्टर एसबी सोलंकी ने कहा, 'सुमेसारा के बेटे अजय ने अपने पिता के शव को सुबह पंखे से लटका देखा। इसके बाद उसने एंबुलेंस के लिए 108 नंबर पर फोन किया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।'

सोलंकी ने कहा कि सुमेसारा ने अगले महीने अपनी बेटी की शादी तय की थी। उसने अपने रिश्तेदारों से रुपये उधार मांगे थे। हालांकि रिश्तेदारों ने अपने पास केवल 500 और 1000 रुपये के नोट होने का हवाला देते हुए रकम नहीं दे पाने की बात कही थी।

और पढ़ें: पैसे के लिए बैंक की लाइन में खड़े रह गए पिता, बीमार चार साल की मासूम ने वहीं तोड़ दिया दम

उन्होंने बताया, सुमेसारा ने खुदकुशी की होगी, क्योंकि खर्चों की व्यवस्था नहीं हो पाने के कारण वह अपनी बेटी की शादी को लेकर बहुत अधिक चिंतित था।