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महिलाओं के साथ भेदभाव को लेकर राहुल का RSS पर निशाना, बीजेपी ने कहा माफी मांगे कांग्रेस

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे महिलाओं को कोई महत्व नहीं देते हैं।

Updated on: 11 Oct 2017, 08:00 AM

highlights

  • राहुल ने कहा कि आपने कितनी महिलाओं को संघ की शाखा में जाते हुए देखा है
  • आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राहुल ने गुजरात के महिलाओं का अपमान किया है
  • स्मृति ईरानी ने कहा, अगर शॉर्ट्स पहनने को राहुलजी सशक्तिकरण का संकेत मानते हैं तो मैं उनका विरोध करती हूं

नई दिल्ली:

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) पर निशाना साधते हुए कहा कि वह महिलाओं को कोई महत्व नहीं देते हैं। राहुल ने कहा कि आपने कितनी महिलाओं को संघ की शाखा में जाते हुए देखा है।

अपने गुजरात दौरे के दूसरे दिन उन्होंने आरएसएस से तुलना करते हुए कहा कि आप कांग्रेस में हर स्तर पर महिलाओं को काम करते हुए देख सकते हैं।

वडोदरा में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, 'बीजेपी की सोच है जब तक महिलाएं चुप रहे, कुछ बोले ना, तब तक वे ठीक हैं। जैसे ही महिलाएं बोलना शुरू करती हैं, वे उनको चुप करवाने लग जाते हैं।'

राहुल ने आरएसएस में महिलाओं की सदस्यता को लेकर बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, 'इनका मुख्य संगठन आरएसएस है। कितनी महिलाएं हैं आरएसएस में, कभी आपने शाखा में महिलाओं को शॉर्ट्स पहने देखा है?'

राहुल के इस बयान के बाद बीजेपी ने उनसे माफी की मांग की है, वहीं कांग्रेस अपने नेता के बचाव में उतर आई है।

राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा, 'सोनिया गांधी और राहुल की बहन से पूछना, ऐसे शब्द महिलाओं के बारे में उसने बोले, क्या वो ठीक है, क्या आपको पसंद आया।'

आनंदीबेन ने कहा कि राहुल गांधी यही देखते रहते हैं कि महिलाओं ने क्या पहना है या नहीं पहना है, उन्होंने गुजरात की पूरी महिलाओं का अपमान किया है, उन्हें अपने बयान वापस लेने चाहिए और वे माफी मांगें।

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आनंदीबेन ने कहा, 'गुजरात की महिलाएं संस्कारी हैं, बड़ी भली हैं। वे देश की सेवा का काम करती हैं, कई संस्थाएं चलाती हैं। उन्होंने इन महिलाओं का अपमान किया है। कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।'

वहीं आनंदीबेन के आरोपों को दरकिनार करते हुए कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया और कहा कि बीजेपी 'महिला विरोधी माइंडसेट' रखता है।

गोहिल ने कहा, 'राहुल गांधी महिला सशक्तिकरण और समान अधिकारों के बारे में बात कर रहे थे, आरएसएस की संस्था में कोई महिला नहीं है।'

कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी वाले महिला सशक्तिकरण पर किए गए राहुल गांधी की टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर लोगों को गुमराह कर रही है।

वहीं राहुल गांधी की टिप्पणियों को 'अभद्र' बताते हुए केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, 'अगर भारत में शॉर्ट्स पहनने को राहुलजी सशक्तिकरण का संकेत मानते हैं, तो एक महिला होने के नाते मैं उनका विरोध करती हूं।'

स्मृति ईरानी ने कहा, 'आज संघ से जुड़े राष्ट्रीय सेविका संघ या संघ कार्यकर्ताओं के बहनों, पत्नियों और भाभियों पर एक अभद्र टिप्पणी की गई है।'

राहुल की टिपण्णी पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'उन्होंने कभी शाखा नहीं देखा। आरएसएस की महिला इकाई राष्ट्रीय सेविका समिति अलग से शाखा का आयोजन करती है। लेकिन राहुल गांधी ने कभी इसे जानने का प्रयास नहीं किया। वह केवल ट्वीट करते हैं।'

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आपको बता दें कि एक साल पहले तक खाकी निक्कर (शॉर्ट्स) आरएसएस के कार्यकर्ताओं का पहचान हुआ करता था, जब वे उसे व्यायाम और प्रशिक्षण के दौरान पहना करते थे। पिछले साल ही इसे बदलकर फुल पैंट किया गया था।

राहुल गांधी ने कहा कि अगर गुजरात में उनकी पार्टी की सरकार आती है, तो वे महिलाओं को ज्यादा महत्व देंगे और उनकी समस्याओं को समाधान करने की कोशिश करेंगे।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने दूसरे चरण की 'नवसर्जन यात्रा' के दूसरे दिन मध्य गुजरात क्षेत्र के वडोदरा से छात्रों को संबोधित करते हुए शुरू की। उन्होंने सोमवार को भी दस जनसभा को संबोधित किया था।

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