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आनंदी बेन नहीं लड़ेंगी चुनाव, शाह को लिखी चिट्ठी, कहा-नए नेताओं को मौका दे पार्टी

भारतीय जनता पार्टी की नेता और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने अपनी उम्र को देखते हुए आगामी गुजरात चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।

Updated on: 09 Oct 2017, 05:34 PM

highlights

  • आनंदीबेन पटेल ने अपनी उम्र को देखते हुए आगामी गुजरात चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है
  • 2014 में आनंदी बेन पटेल गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं
  • नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए 2007 से 2014 तक गुजरात विधानसभा में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाला

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी की नेता और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने अपनी उम्र को देखते हुए आगामी गुजरात चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।

पटेल ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखते हुए कहा कि राज्य में आने वाले चुनाव में वे नए नेताओं को मौका दें। अपने पत्र में आनंदीबेन ने कहा कि वह पार्टी में पिछले 31 सालों से काम कर रही हैं।

75 वर्षीय आनंदीबेन पटेल अपने क्षेत्र में किसी नए नेता को मौका देनी की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि इतने सालों में उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिली है, उसे उन्होंने कुशलतापूर्वक निभाया है।

आनंदीबेन ने बीजेपी की नीतियों का जिक्र करते हुए लिखा कि पार्टी नेताओं को 75 साल की उम्र सीमा पार करने के बाद इस्तीफा देना चाहिए।

साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि भविष्य में उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह उसे खुशी के साथ निभाने के लिए तैयार हैं।

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बता दें कि आनंदीबेन पटेल 1987 में बीजेपी में शामिल हुईं थी। उन्होंने नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए 2007 से 2014 तक गुजरात विधानसभा में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाला है।

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 2014 में आनंदी बेन पटेल गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं।

लेकिन अगस्त 2016 में गुजरात के उना में हुए दलितों के आंदोलन और पाटीदार आंदोलन के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

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