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डेढ़ माह की नन्हीं पौत्री को शैतान समझ सगे दादा ने सात टुकड़े कर उतारा मौत के घाट

ताजा मामला गुजरात का है जहां आदिवासी इलाके के दाहोद में एक दादा ने डेढ़ माह पहले जन्मी अपनी पौत्री को शैतान समझकर उसके सात टुकड़े कर दिए और सभी टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर जमीन में दफना दया.

Updated on: 31 Jan 2019, 11:09 AM

नई दिल्ली:

अंधविश्वास के चलते सगे दादा ने डेढ़ माह की जन्मी पौत्री के टुकड़ेकर उसे मौत के घाट उतार दिया. ताजा मामला गुजरात का है जहां आदिवासी इलाके के दाहोद में एक दादा ने डेढ़ माह पहले जन्मी अपनी पौत्री को शैतान समझकर उसके सात टुकड़े कर दिए और सभी टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर जमीन में दफना दया. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपित दादा को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, दाहोद जिले के धानपुर तहसील के पीपेरो गांव में 19 दिसंबर, 2018 को ज्योतिकाबेन नवलसिंह मेडा ने अगसवाणी सरकारी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था. जन्म से ही बच्ची का मल द्वार नहीं था तथा बच्ची के कान, आंख और बाल बड़े हुए थे. बताया जा रहा है कि बच्ची दिखने में थोड़ी अलग लगती थी. डॉक्टरों ने आपरेशन कर बच्ची का मल द्वारा खोलने की सलाह दी थी.

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वडोदरा सिविल अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्ची का आपरेशन किया था, करीब 20 दिन के उपचार के बाद बच्ची को कोई समस्या नहीं होने से अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. लेकिन उसका दादा शंकरभाई बच्ची को शैतान समझता था. उसका कहना था कि घर में शैतान का जन्म हुआ है. उसका कहना था कि इसके कारण परिवार में किसी न किसी की मौत हो जाएगी.

शंकरभाई ने इस अंधविश्वास के चलते बच्ची की मां ज्योतिकाबेन को गत 28 जनवरी को किसी बहाने से अपने रिश्तेदार के यहां भेज दिया. इसके बाद शाम 7.30 बजे हसिया से मासूम बच्ची के सात टुकड़े कर मौत के घाट उतार दिया और सभी टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर जमीन में गाड़ दिया. घटना के बारे में पता चलने पर ज्योतिकाबेन के देवर ने पुलिस को जानकारी दी. जिसके बाद धानपुर पुलिस थाने की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई.