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गुजरात चुनाव: सेना के चाहने के बावजूद 26/11 के बाद मनमोहन सरकार ने क्यों नहीं की सर्जिकल स्ट्राइक: PM

पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई हमलों के बाद भारतीय वायुसेना ने तत्कालीन प्रधानमंत्री सिंह से सर्जिकल स्ट्राइक करने को लेकर बात की थी, लेकिन सरकार आदेश देने का साहस नहीं जुटा पाई।

Updated on: 11 Dec 2017, 11:45 AM

highlights

  • मोदी ने कहा कि 26/11 हमले के बाद मनमोहन सिंह ने क्यों नहीं सर्जिकल स्ट्राइक के आदेश देने का साहस दिखाया
  • पीएम ने कहा कि पिछले साल सितंबर में उरी आतंकी हमले के जवाब में मेरी सरकार ने पाकिस्तान में घुसकर जवाब दिया था

वडोदरा:

गुजरात के वडोदरा में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा और कहा कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद उन्होंने क्यों नहीं सर्जिकल स्ट्राइक के आदेश देने का साहस दिखाया, जबकि सेना इसकी लिए तैयार थी।

पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई हमलों के बाद भारतीय वायुसेना ने तत्कालीन प्रधानमंत्री सिंह से सर्जिकल स्ट्राइक करने को लेकर बात की थी, लेकिन सरकार आदेश देने का साहस नहीं जुटा पाई।

चुनावी रैली में मोदी ने लोगों से पूछा, 'किसके सलाह पर उन्होंने (मनमोहन सिंह) ऐसा किया।'

मोदी ने कहा, 'भारतीय वायुसेना के उच्च पद के अधिकारी ने कहा कि उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री सिंह से सर्जिकल स्ट्राइक करने को लेकर बात की थी। दुर्भाग्य से तब की सरकार इसे करने का साहस नहीं जुटा पाई।'

इस बात को कहते हुए प्रधानमंत्री ने पिछले साल सितंबर में उरी आतंकी हमले के जवाब में सरकार के द्वारा की गई कार्रवाई का उदाहरण लोगों को दिया।

मोदी ने कहा, 'पाकिस्तान द्वारा किए उरी आतंकी हमले के जवाब में मेरी सरकार ने पाकिस्तान के अंदर की सीमा में कई आतंकी कैम्प और लॉन्चपैड को निशाना बनाते हुए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। साथ ही सेना बिना किसी परेशानी के वापस भी आ गई।'

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नरेन्द्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक के संदेह जताने वाले कांग्रेस नेताओं खासकर उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर सवाल उठाया। उन्होंने यूपीए और एनडीए सरकार के बीच के अंतर को बताते हुए कहा, 'क्या इस तरह की गोपनीय बातों की पब्लिक में चर्चा की जाती है।'

रैली में मोदी ने कहा कि 2014 में वडोदरा लोकसभा सीट छोड़ने के पीछे का कारण उत्तर प्रदेश में 'कमल' खिलाना था और राज्य में गुजरात मॉडल के विकास को दोहराना था।

बता दें कि 2014 के आम चुनाव में वडोदरा और वाराणसी से दो लोकसभा सीट जीतने के बाद मोदी ने वाराणसी सीट को चुना था।

उन्होंने रैली में यहां से इस्तीफा देने को मंजूर करने के लिए वडोदरा के लोगों का धन्यवाद किया।

वहीं वडोदरा के एक अन्य चुनावी जनसभा में कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के विकास एजेंडे और कांग्रेस की विनाशकारी राजनीति के बीच में है।

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