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जेटली ने चेताया-जो लश्कर का कमाडंर बनेगा, वह जिंदा नहीं बचेगा, कहा-हाफिज पर अकेला पड़ा पाक

गुजरात के सूरत में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि हाफिज की रिहाई के बाद पाकिस्तान फिर से बेनकाब हुआ है और वैश्विक समुदाय में उसके लिए कोई जगह नहीं बचती है।

Updated on: 26 Nov 2017, 05:06 PM

highlights

  • मुंबई में हुए आतंकी हमले की बरसी के मौके पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा है
  • सूरत में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि हाफिज की रिहाई के बाद पाकिस्तान फिर से बेनकाब हुआ है

सूरत:

मुंबई में हुए आतंकी हमले की बरसी के मौके पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा है।

लश्कर-ए-तैयबा के सरगना और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई को लेकर जेटली ने कहा कि घाटी में अब आतंकियों को यह समझ में आने लगा है कि उनकी जिंदगी बहुत लंबी नहीं है

उन्होंने कहा, 'पिछले 8 महीने से यह हाल है कि जो लश्कर का कमांडर बनेगा वो ज्यादा दिन नहीं बचेगा।'

गौरतलब है कि पिछले एक सालों के दौरान घाटी में आतंक के खिलाफ सेना और सुरक्षा बलों के अभियान को बड़ी कामयाबी मिली है। सेना और सुरक्षा बलों की इस संयुक्त कार्रवाई में लश्कर और हिजबुल के सभी बड़े कमांडर ढेर किए जा चुके हैं।

गुजरात के सूरत में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि हाफिज की रिहाई के बाद पाकिस्तान फिर से बेनकाब हुआ है और वैश्विक समुदाय में उसके लिए कोई जगह नहीं बचती है।

वित्त मंत्री ने कहा, 'अगर उन्होंने (पाकिस्तान) आज के कांड (मुंबई हमले) से दो दिन पहले उस अपराधी (हाफिज सईद) को रिहा किया है, तो पूरी दुनिया एक आवाज में बोल रही है, कि ऐसा देश जो आतंक का समर्थन करता है, उसके लिए पूरी दुनिया के परिवार में कोई जगह नहीं है।'

गौरतलब है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की एक अदालत लश्कर-ए-तैयाब के सरगना और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को रिहा करने का आदेश दे चुकी है। नजरबंदी से रिहा होने के तत्काल बाद ही हाफिज ने भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है।

दरअसल पाकिस्तानी अदालत ने पाक सरकार से हाफिज की नजरबंदी बढ़ाए जाने के लिए पर्याप्त सबूतों की मांग की थी, जिसे सरकार मुहैया कराने में विफल रही। इसके बाद अदालत ने हाफिज की रिहाई के आदेश दिए।

हाफिज की रिहाई पर ऐतराज जताते हुए जहां भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी वहीं अमेरिका ने भी पाकिस्तान को चेताया है।

अमेरिका ने दी नतीजों की चेतावनी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि जमात-उद-दावा के नेता हाफिज सईद की रिहाई का खामियाजा द्विपक्षीय संबंधों को भुगतना पड़ेगा।

ट्रंप की प्रेस सचिव सारा हकाबी सैंडर्स ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, 'अमेरिका सईद की नजरबंदी से रिहाई की कड़ी आलोचना करता है और उसकी तुरंत दोबारा गिरफ्तारी की मांग करता है।'

बयान के मुताबिक, 'यदि पाकिस्तान सईद पर कानूनी रूप से कार्रवाई नहीं कर सकता और उसके अपराधों के लिए उस पर अभियोग नहीं लगा सकता तो पाकिस्तान की निष्क्रियता का खामियाजा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों और पाकिस्तान की वैश्विक प्रतिष्ठा को भुगतना पड़ेगा।'

सैंडर्स के मुताबिक, 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दक्षिण एशिया नीति स्पष्ट है कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ रचनात्मक संबंध चाहता है लेकिन इसके साथ ही वह पाकिस्तानी धरती पर मौजूद आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जाने की उम्मीद करता है। सईद की रिहाई गलत दिशा में उठाया गया कदम है।'

बयान के मुताबिक, अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है, जो आतंकवादी हमलों में कई निर्दोष लोगों की मौत का जिम्मेदार है। इन पीड़ितों में कई अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं।

बयान के मुताबिक, 'सईद खुद एक कुख्यात आतंकवादी है, जो 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है, जिसमें छह अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हो गई थी।'

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विदेश विभाग ने शुक्रवार को हाफिज सईद की रिहाई की निंदा की थी। सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर की ईनामी राशि रखी है। अमेरिका ने हाफिज सईद की दोबारा गिरफ्तारी की मांग की है।

रिहाई पर भड़का भारत

इससे पहले भारत ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद की रिहाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पाकिस्तान एक बार फिर से दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है।

हाफिज की रिहाई के फैसले को शर्मनाक बताते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का सिर्फ ढोंग करता है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'यह साफ है कि आतंकवाद को समर्थन देने के मामले में पाकिस्तान की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। अब उसका असली चेहरा सबके सामने है।'

प्रवक्ता ने कहा, 'उसकी रिहाई ने एक बार फिर से पाकिस्तान सरकार की गंभीरता की पोल खोल कर रख दी है। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान में आतंकियों को मुख्यधारा में शामिल किए जाने की कोशिश की जा रही है।'

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