बीजेपी ने यूपी में जारी की 28 उम्मीदवारों की सूची, 20 फीसदी सांसदों के टिकट काटे
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) में बीजेपी विजय के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं है.
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) में बीजेपी विजय के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं है. बीजेपी ने यूपी के मैदान ऐ जंग में उतरने वाले 28 योद्धाओं के नामों का ऐलान कर दिया है. इस बार बीजेपी ने 6 सांसदों का टिकट काट दिया है, जिसके जगह नए प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा गया है. पहले राउंड में एक केंद्रीय मंत्री सहित चार दलित सांसदों पर गाज गिरी है.
यह भी पढ़ें ः Lok Sabha Election : पहली बार लालकृष्ण आडवाणी के बिना चुनाव लड़ेगी बीजेपी
पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह वाराणसी और लखनऊ से चुनाव लड़ेंगे. अमूमन, राजनाथ सीट बदलते रहते हैं, लेकिन इस बार राजनाथ ने लखनऊ से ही दोबारा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वीके सिंह, महेश शर्मा, सत्यपाल सिंह और स्मृति ईरानी का नाम घोषित कर इन क्षेत्रों में पुराने उम्मीदवारों पर ही दांव लगाया है, लेकिन मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्रा का नाम लिस्ट में नाम नहीं है. इससे पार्टी ने संकेत दे दिया है कि जोशी और कलराज को शायद ही पार्टी चुनाव लड़ाए. अब इस संकेत को समझ कर दोनों नेता अपने आप ही चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दें पार्टी इस इंतजार में है.
यह भी पढ़ें ः लोकसभा चुनाव 2019: टिहरी और पौड़ी के बीजेपी प्रत्याशी आज करेंगे नामांकन, सीएम रावत रहेंगे मौजूद
पार्टी ने पहले चरण में जिन 8 जिलों में चुनाव होना है उनमें से कैराना और दूसरे चरण की 8 सीटों में से नगीना बुलंदशहर और हाथरस सीट से अभी किसी प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है. कैराना में पार्टी हुकुम की बेटी मृगांका के बजाय किसी गुर्जर पर दांव लगा सकती है. नगीना से पार्टी बुलंदशहर के पूर्व सांसद रहे धर्मेंद्र प्रधान के नाम पर विचार कर रही है, जबकि बुलंदशहर के सांसद भोले सिंह की पैरवी में कल्याण सिंह जूटे हैं.
यह भी पढ़ें ः देखें BJP Candidates की पूरी लिस्ट, आडवाणी का पत्ता कटा, मोदी दोबारा वाराणसी से ही लड़ेंगे चुनाव
इस सूची में साध्वी निरंजन ज्योति और मेनका का नाम भी नहीं है. मेनका गांधी अपनी सीट पीलीभीत वरुण को देकर खुद आंवला सीट से लड़ना चाहती थीं, लेकिन धर्मेंद्र को दोबारा आंवला सीट से प्रत्याशी बनाया गया है. पार्टी वरुण को टिकट देने के लिए उत्साहित भी नहीं है. निरंजन ज्योति की फतेहपुर के बजाय हमीरपुर से लड़ने के कारण उनकी टिकट पर भी कोई फैसला नहीं हो पाया है. पार्टी ने केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज और रामशंकर कठेरिया सहित 4 दलित सांसदों का टिकट काट दिया है.
यह भी पढ़ें ः चुनावी हलचल LIVE : बीजेपी आज जारी कर सकती है दूसरी लिस्ट, राहुल गांधी कर सकते हैं प्रेस कांफ्रेंस
शाहजहांपुर से सांसद कृष्णा राज और योगी के मंत्री सुरेश खन्ना में 36 का आंकड़ा है. कृष्णा राज का आम जनता से भी संवाद बेहतर नहीं था. वहीं, आगरा के सांसद रामशंकर कठेरिया की टिकट काटने का बड़ा कारण उनके बयान और विवादों में रहने की आदत है. कठेरिया पर फर्जी तरीके से रीडर और प्रोफेसर बनने का आरोप लग चुके हैं. पार्टी के विधायकों से मनमुटाव भी उनकी टिकट कटने के पीछे का बड़ा कारण है. इसके अलावा फतेहपुर सीकरी से इस बार बाबूलाल की जगह राजकुमार चाहर पर दांव लगाया है. बीजेपी किसान मोर्चा के महामंत्री चाहर ने 2014 में बीजेपी जॉइन की थी.
यह भी पढ़ें ः आडवाणी की जगह अमित शाह पहली बार लोकसभा चुनाव में ठोकेंगे ताल, वाराणसी से मोदी होंगे मैदान में
हरदोई जिले की दोनों सीटों पर खराब परफॉरमेंस के चलते प्रत्याशी बदल दिए गए हैं. अंशुल की जगह जयप्रकाश रावत और अंजुबाला की जगह अशोक रावत को मौका मिला है. जय प्रकाश रावत हरदोई से दो बार लोकसभा सांसद और एक बार राज्यसभा में रह चुके हैं तो अशोक रावत भी 2009 में बीएसपी से मिश्रिख के सांसद रहे हैं. सम्भल से सत्यपाल सैनी का टिकट काटने का कारण सैनी जाति के ही परमेश्वर लाल सैनी को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाकर सैनी समाज को साधने की कोशिश की है. चाय कारोबारी परमेश्वर एक साल पहले ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. सैनी बीएसपी से एमएलसी भी रह चुके हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Daughter : निसा के बर्थडे से पहले इमोशनल हुईं काजोल, बेटी के लिए बयां किया प्यार
-
Lok Sabha Elections 2024: रजनीकांथ से लेकर कमल हासन तक वोट देने पहुंचे ये सितारे, जागरूक नागरिक होने का निभाया फर्ज
-
टीवी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी का हुआ एक्सीडेंट, होगी सीरीयस सर्जरी, काम छोड़कर हॉस्पिटल पहुंचे पति
धर्म-कर्म
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य
-
Shani Dev: शनिदेव को क्यों चढ़ाते हैं सरसों का तेल, जानें कारण और इसे चढ़ाने का सही तरीका