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शिवसेना ने कांग्रेस की तारीफ में कहा- राहुल और प्रियंका गांधी ने चुनाव में कड़ी मेहनत की

एग्जिट पोल पर भरोसा जताते हुए शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में दोबारा जरूर आएगी. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस की भी तारीफ की है.

Updated on: 21 May 2019, 06:40 PM

नई दिल्ली:

लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं और अब बस इसके नतीजों का इंतजार है. लेकिन उससे पहले न्यूज चैनल पर तमाम एग्जिट पोल दिखाए गए, जिसमें मोदी सरकार फिर से बनती दिख रही है. हालांकि विपक्षी पार्टियों ने इस एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है. वहीं एग्जिट पोल पर भरोसा जताते हुए शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में दोबारा जरूर आएगी. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस की भी तारीफ की है.

शिवसेना ने कहा, ' कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव में कड़ी मेहनत की. शिवसेना ने यह भी कहा कि नई लोकसभा में उनकी पार्टी को विपक्ष के नेता पद के लिए पर्याप्त सीटें मिल जाएंगी.'

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गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद अधिकतर एक्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के एक और कार्यकाल का पूर्वानुमान जताया गया है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा है, 'मोदी सरकार दोबारा चुनकर आएगी, ऐसा कहने के लिए अब राजनीतिक पंडितों की कोई आवश्यकता नहीं है. जमीनी हालत ऐसी थी कि लोग मोदी को सत्ता में लाने के लिए अपना मन बना चुके थे.'

मराठी दैनिक ने दावा किया, 'महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा.' इससे पहले एग्जिट पोल के नतीजों को देखते हुए शिवसेना ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा था कि कई छोटे दलों के समर्थन से रेंगने वाली गठबंधन सरकार देश हित में नहीं है.

शिवसेना ने विपक्षी दलों का गठबंधन तैयार करने की टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की कोशिश को लेकर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह इधर से उधर भाग कर स्वयं को व्यर्थ ही थका रहे हैं, क्योंकि इस संभावित गठबंधन के 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद टिके रहने की कोई गारंटी नहीं है.

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'सामना' में छपे संपादकीय के मुताबिक, 'इस महागठबंधन में प्रधानमंत्री पद के कम से कम पांच उम्मीदवार हैं. मौजूदा सिग्नल के बाद उनका मोहभंग होने की आशंका दिखाई दे रही है। कई छोटे दलों की मदद से रेंगने वाली गठबंधन सरकार देशहित में नहीं है.'

बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान रविवार को समाप्त हुआ था और अब 23 मई को काउंटिंग होगी. जिसके बाद साफ हो जाएगा कि पूरे 5 साल कदेश की सत्ता पर कौन राज करेगा.