SP-BSP गठबंधन के खिलाफ ओपी राजभर ने बीजेपी को दिया जीत का ये मंत्र
यूपी में जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन बना, तो दूसरी तरफ सुहेलदेव बहुजन समाज पार्टी (SBSP) की बीजेपी से दूरी बढ़ती दिखाई दे रही है.
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है. पार्टियों में गठबंधन बनने और बिगड़ने लगे हैं. यूपी में जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन बना, तो दूसरी तरफ सुहेलदेव बहुजन समाज पार्टी (SBSP) की बीजेपी से दूरी बढ़ती दिखाई दे रही है. एसबीएसपी के अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा कि फिलहाल हम भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ हैं, अगर बीजेपी हमें साथ रखना चाहती है तो हम उनके साथ रहेंगे. अगर वो हमें साथ नहीं रखना चाहते हैं, तो नहीं रहेंगे.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर 27 प्रतिशत आरक्षण में विभाजन नहीं होता है तो हमने बीजेपी को 100 दिन का समय दिया हैं उनमें से 12 दिन गुजर चुके हैं. हम 100 दिनों के बाद उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर महाराजा सुहेलदेव की मूर्ति का अनावरण करने आजमगढ़ के अहिरौला बाजार में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन पर मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि यह देश गठबंधन के दौर से गुजर रहा है. आपने देखा पिछली बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनी और 38 दलों के गठबंधन से बनी. अभी तमाम राज्य में चुनाव हो रहे हैं, वहां भी गठबंधन को लेकर ही चुनाव हो रहे हैं, यह कोई नई चीज नहीं है.
राजभर ने आगे कहा, 'दोनों अपने में घोर विरोधी दल थे, दोनों दल मिले हैं. यह बात जरूर है कि दोनों दल उत्तर प्रदेश में अपनी अपनी ताकत में हैं तो 2 ताकते मिली है. इससे घबराने की जरूरत एनडीए को नहीं है. बीजेपी को मैं बार-बार समझाने की कवायद में हूं कि यूपी में 80 सीट है और हर सीट पर 5 से 6 लाख तक अकेले अति पिछड़ा वोट है. अगर इस आरक्षण में से सभी को उनका अलग-अलग हिस्सा दे दिया जाए तो कोई लड़ाई नहीं रह जाएगी.'
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इसके साथ ही योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए राजभर ने कहा कि कल तक मुझे कोई जानता नहीं था आज कम से कम लोग जान तो गए. आज कम से कम इस लायक तो मैं हो गया कि बिना मांगे लोग 2 सीट दे रहे हैं. यह हमारी पार्टी के लिए अच्छी खबर है.'
वहीं सवर्णों को दिया गया आरक्षण के बारे में बोलते हुए उनका कहना था कि देखिए चुनाव के समय कोई भी सही फैसला होता है उसको चुनाव से जोड़ दिया जाता है. फैसला अगर 5 महीने 6 महीने पहले हुआ होता तो इसको कोई चुनावी जुमला नहीं कहता. फैसला सही है सब कुछ सही है लेकिन चुनाव के समय आने से लोग इसे चुनाव के वजह से जोड़ दिए हैं.
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बता दें कि आए दिन ओपी राजभर अपनी ही सरकार पर निशाना साधते रहते हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 16वें स्थापना दिवस पर उन्होंने कहा था कि मेरा मन बीजेपी से टूट गया है. ये (बीजेपी) हिस्सा देना नहीं चाहते हैं. जब भी गरीबों के सवाल पर हिस्से की बात करता हूं, ये मंदिर की बात करते हैं, मस्जिद की बात करते हैं, हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं सत्ता का स्वाद चखने के लिए नहीं आया हूं, गरीबों के लिए लड़ाई लड़ने आया हूं. ये लड़ाई लड़ू या बीजेपी का गुलाम बनकर रहूं. आज तक एक कार्यालय तक नहीं दिया.
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