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शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर फंसीं साध्वी प्रज्ञा, 24 घंटे में देना पड़ेगा जवाब

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जब से मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है तब से ही सियासी माहौल गरमा गया है.

Updated on: 20 Apr 2019, 04:25 PM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जब से मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है तब से ही सियासी माहौल गरमा गया है. एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ प्रज्ञा ठाकुर अपने विवादित बयान की वजह से भी घिरती नजर आ रही है. शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर साध्वी प्रज्ञा बुरी तरह फंसती नजर आ रही हैं.

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शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देने वाली भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है. आयोग ने साध्वी के उस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे उनकी श्राप की वजह से आतंकियों के शिकार बने थे. जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने साध्वी प्रज्ञा से एक दिन के अंदर )24 घंटे) में जवाब मांगा है. आयोग ने कहा, लोकसभा चुनाव के दौरान बतौर बीजेपी प्रत्याशी साध्वी का ये बयान आचार संहिता का उल्लंघन है.

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प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने भी आतंकवाद के मामले में आरोप प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट दिए जाने पर अपना बयान दिया है. एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान पीएम ने साध्वी का बचाव करते हुए कहा, 'वह उन लोगों के लिए 'प्रतीक' हैं जिन्होंने हिन्दुओं को आतंकवादी बताया था.' मोदी ने ये भी कहा, '(प्रज्ञा को उतारने का) फैसला उन लोगों को करारा जवाब है जिन्होंने पूरे धर्म और संस्कृति को आतंक से जोड़ा.' साथ ही उन्होंने कहा, ' उन सबको जवाब देने के लिए यह (भोपाल से उम्मीदवार) एक प्रतीक है और यह कांग्रेस को महंगा पड़ने वाला है.'