प्रियंका गांधी ने पिता राजीव को किया याद, ट्वीट कर शेयर की यह कविता
प्रियंका ने पिता के साथ बचपन की एक तस्वीर साथ में एक कविता भी शेयर की है.
नई दिल्ली:
राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर उनकी बेटी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. प्रियंका ने पिता के साथ बचपन की एक तस्वीर साथ में एक कविता भी शेयर की है. उन्होंने इस ट्वीट में अपने पिता को अपना हीरो बताया है. प्रियंका ने जाने माने कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता अग्निपथ का एक अंश साझा किया है. हरिवंश राय की यह कविता बेहद मशहूर है. इसमें वह जीवन और उससे जुड़े संघर्षों को कविता के जरिए बताने की कोशिश करते हैं.
You will always be my hero. pic.twitter.com/LYPciCD234
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 21, 2019
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की आज 28वीं पुण्यतिथि है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा ने वीर भूमि जाकर उन्हें याद किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विट कर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी..
यह भी पढ़ें- राहुल गांधी की दोहरी नागरिकता पर सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर किया यह बड़ा दावा
बता दें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या को आज 28 साल पूरे हो गए. तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में उन्हें उस वक्त बम से उड़ा दिया गया था जब वो एक चुनावी रैली को संबोधित करने जा रहे थे. 21 मई 1991 को रात तकरीबन 10 बजकर 15 मिनट पर राजीव गांधी रैली स्थल पर पहुंचे. वे कार की अगली सीट पर बैठे थे और उन्होंने उतरते ही सबका अभिवादन किया. मंच की ओर बढ़ते हुए एक महिला आत्मघाती हमलावर धनु ने उन्हें माला पहनानी चाही, तो सब इंस्पेक्टर अनुसुइया ने उसे रोक दिया. हालांकि राजीव गांधी के कहने पर उसे माला पहनाने के लिए आने दिया गया. धनु ने उन्हें माला पहनाई और जैसे ही वो उनके पैर छूने के लिए नीचे झुकी, उसने अपने कमर से बंधे बम का बटन दबा दिया. एक जोरदार धमाका हुआ और फिर सबकुछ सुन्न हो गया. इस धमाके ने राजीव गांधी की जान ले ली.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें