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वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं प्रियंका!

सियासी गलियारे में वाराणसी से कांग्रेस और महागठबंधन की संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की चर्चा

Updated on: 31 Mar 2019, 10:03 AM

नई दिल्ली:

वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना को लेकर सियासी गलियारे में काफी चर्चा हो रही है. कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाराणसी से कांग्रेस और महागठबंधन की संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकती हैं. कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी का यह बयान कि 'वाराणसी से चुनाव लड़ जाऊं क्या?' हालांकि मजाक में दिए इस बयान के कई निहितार्थ हैं. प्रियंका के इस बयान के बाद सियासी गलियारे में चर्चा काफी गर्म है कि प्रियंका गांधी वाराणसी से कांग्रेस और महागठबंधन की संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर सामने आ सकती हैं.

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गौरतलब है कि 2014 के आम चुनाव में वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 5,81,122 वोट मिले थे. वहीं अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के अजय राय और BSP के विजय प्रकाश जायसवाल यानि तीनों को मिलाकर कुल 3,45,431 वोट मिले थे. उस चुनाव में मोदी की जीत का मार्जिन करीब 2 लाख से अधिक था. विश्लेषकों का कहना है कि अगर इस सीट से प्रियंका गांधी विपक्ष की ओर से उम्मीदवार के रूप में सामने आती हैं तो वह प्रधानमंत्री मोदी को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. वहीं दूसरी ओर वाराणसी सीट से ही भीम आर्मी के चंद्रशेखर रावण के भी चुनाव मैदान में आने की उतरने की चर्चा जोरों पर है.

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वहीं सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की खबर को जानबूझकर फैलाई जा रहा है. इसके पीछे कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व का मकसद पूर्वांचल में संगठन को मजबूत करने के साथ ही सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को संदेश देना भी है. चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि अब महागठबंधन को यह सोचना है कि वो प्रियंका को सपोर्ट करे या वहां चुनाव को त्रिकोणीय बना दे.