logo-image

PM Modi Exclusive : राजीव गांधी और सैम पित्रोदा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने किया बड़ा हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज नेशन को दिए विशेष साक्षात्कार में कांग्रेस के रणनीतिकार सैम पित्रोदा पर भी निशाना साधा है.

Updated on: 11 May 2019, 08:12 PM

highlights

  • 84 के दंगे के दौरान दिल्ली में एक भी गोली नहीं चली थी
  • पीएम बोले, एक सज्‍जन को पंजाब का इंचार्ज बनाया गया था
  • सैम पित्रोदा ने सिख दंगे पर कहा था कि हुआ सो हुआ, उसे भूल जाओ

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज नेशन को दिए विशेष साक्षात्कार में कांग्रेस के रणनीतिकार सैम पित्रोदा पर भी निशाना साधा है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, आप सिर्फ सैम पित्रोदा तक सीमित हो जाते हैं. यह ठीक नहीं है. राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और पीएम बनने के बाद उनका पहला बयान था कि बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है. उसके बाद जितनी भी घटनाएं हुईं, उसी की कंटीन्‍यूटी में हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने दो टूक में कहा, 84 में इतने दंगे हो गए, कितने लोग मारे गए, दिल्‍ली में कर्फ्यू नहीं लगा था, दिल्‍ली में एक भी गोली नहीं चली थी. बाद में कमीशन बने. कुछ लोगों को मंत्री बनाया गया, एक सज्‍जन को पंजाब का इंचार्ज बनाया गया. पंजाब से तूफान उठा तो उन्‍हें हटाना पड़ा. उसी व्‍यक्‍ति को सीएम बना दिया गया. जो पीड़ित परिवार है, वो समझता है कि ये तो लगातार हो रहा है, इनको तो हमारी परवाह ही नहीं है. इसलिए जवाब आता है हुआ सो हुआ.

यह भी पढ़ें ः श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या के माथे पर लगा भयानक कलंक, आईसीसी ने किया प्रतिबंधित

बता दें कि कांग्रेस के रणनीतिकार और राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा ने पिछले दिनों सिख दगों पर कहा था कि जो हुआ सो हुआ, उसे भूल जाओ और अब मसलों पर बात करो. इसके बाद राजनीतिक पारा चढ़ गया. कांग्रेसियों ने जहां सैम पित्रोदा के इस बयान से किनारा कर लिया था, वहीं पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर कई भाजपाइयों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था.

यह भी पढ़ें ः पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- अलवर की बेटी के साथ बलात्कार होने पर अवॉर्ड वापसी गैंग चुप क्यों

हालांकि, बाद में सैम पित्रौदा को खुद सामने आकर बयान पर अपनी सफाई देनी पड़ी. उन्होंने कहा, मेरी हिंदी बहुत अच्छी नहीं है. इसलिए मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया. मैं 'जो हुआ वह बुरा हुआ' कहना चाहता था, लेकिन मैं अपने दिमाग में 'बुरा' का अनुवाद नहीं कर पाया. मूझे खेद हैं कि मेरे बयान के गलत मतलब निकाले गए. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.