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बिहार में आरजेडी के बदले सुर, कांग्रेस को बड़े भइया मानने से इंकार, मांझी ने भी कही ये बात

यूपी के बाद अब बिहार में महागठबंधन के घटल दल राहुल गांधी के नेतृत्व को नकारते नजर आ रहे हैं.

Updated on: 18 Jan 2019, 03:00 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव की(Loksabha Election-2019) आहट तेज हो रही है और इसके साथ ही सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है. इस बार कांग्रेस एनडीए बनाम महागठबंधन चुनाव कराने की कोशिश में है, लेकिन उसके लिए बिहार से नई मुश्किल सामने आई है. यूपी के बाद अब बिहार में महागठबंधन के घटल दल राहुल गांधी (Rahul gandhi) के नेतृत्व को नकारते नजर आ रहे हैं. यूपी में अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) और मायावती (Mayawati) का साथ छूटने के बाद बिहार में आरजेडी (Rjd) कांग्रेस के कद को छोटा करने में लग गई है. इसका संकेत उस वक्त मिल गया था जब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) यूपी में जाकर अखिलेश और मायावती से मुलाकात की. अब आरजेडी के और नेता भी कांग्रेस (Congress) विरोधी सुर में बात करने लगे हैं.

बिहार में आरजेडी बड़े भइया की भूमिका में
आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद ने(Raghuvansh Prasad Singh) कहा कि लोकसभा चुनाव गठबंधन में होगी, लेकिन प्रधानमंत्री पद के दावेदार का फैसला इलेक्शन रिजल्ट के बाद होगा.

कुछ इसी तरह की बात आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र (Bhai Virendra) भी बोलते नजर आ रहे हैं. उनका मानना है कि बिहार में बड़े भइया की भूमिका में कांग्रेस नहीं बल्कि आरजेडी है. राहुल गांधी कांग्रेस के नेता है लेकिन महागठबंधन के नेता नहीं.

जीतन राम मांझी ने बताई अपनी हैसियत
वहीं, हम पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने महागठबंधन को पहले ही आगाह कर दिया कि वो भी सीटों से समझौता नहीं करने वाले हैं. हालांकि उन्होंने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार जरूर माना. जीतन राम मांझी ने कहा कि हमारी हैसियत क्या है वो लालू जी और कांग्रेस दोनों को पता है. इसलिए सम्मानजनक सीट उन्हें मिलनी चाहिए.

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राहुल गांधी ने कांग्रेस को किया मजबूत
बिहार में आरजेडी कांग्रेस को बड़े भइया की भूमिका में भले ही नहीं देख रही हो, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं मानती है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) ने कहा कि तीन राज्यों में आए विधानसभा के परिणाम ने राहुल गांधी को एक मजबूत नेता के तौर स्थापित कर दिया है. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और वो किसी भी तरह से सीट को लेकर समझौता नहीं करेगी. राहुल गांधी को महागठबंधन का नेता माना जाना चाहिए. बिहार में कांग्रेस सम्मानजनक सीट पर चुनाव लड़ेगी.

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BJP ने महागठबंधन में मचे बवाल पर कहा उनके घर का मुद्दा
वहीं, बीजेपी महागठबंधन में मचे बवाल को उनके घर का मुद्दा बता रहे हैं. नीतीश सरकार में मंत्री राम नारायण मंडल ने महागठबंधन में उठापटक पर कहा कि ये उनके घर का मामला है, हमारे लिए नरेंद्र मोदी ही मान्य है और उनके नेतृत्व में ही लोकसभा चुनाव लड़ा जाएगा.