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Lok Sabha Elections 2019 Result West Bengal: दीदी के गढ़ में खिल रहा कमल, ऐतिहासिक बढ़त की ओर बीजेपी

लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना के शुरुआती रुझानों में पश्‍चिम बंगाल (west bengal lok sabha chunav results 2019) में बीजेपी ममता बनर्जी के गढ़ में सेंध लगाती दिख रही है.

Updated on: 23 May 2019, 10:13 AM

नई दिल्‍ली:

Lok Sabha Elections 2019 West Bengal Latest Updates: लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना के शुरुआती रुझानों में पश्‍चिम बंगाल (west bengal lok sabha chunav results 2019) में बीजेपी ममता बनर्जी के गढ़ में सेंध लगाती दिख रही है. सुबह 9:55 मिनट तक के रुझान के अनुसार ऑल इंडिया तृणमुल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) 22 और बीजेपी 18 सीटों पर आगे थी, वहीं कांग्रेस को केवल 2 सीटों पर आगे थी.

बता दें सात चरणों में हुए लोकसभा चुनाव में जमकर हिंसा हुई थी. हिंसा को देखते हुए चुनाव आयोग (west bengal general election live poll results) ने पहली बार पश्‍चिम बंगाल (west bengal assembly election results 2019) में 20 घंटे पहले चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया था. अब आज यानी गुरुवार को फैसले की घड़ी है. हालांकि एग्‍जिट पोल्‍स (west bengal live voting result) में बीजेपी को राज्‍य (west bengal general election results) में 30 प्रतिशत वोट मिलता दिखाई दे रहा था. आज जिस तरह से मतगणना के रुझान मिल रहे हैं इससे यह लगने लगा है कि रिजल्‍ट एग्‍जिट पोल (live vote counting west bengal) के काफी करीब होंगे.

अगर 10 बजे तक के रुझानों की बात करें तो मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी का भतीजा डायमंद हर्बर सीट से बीजेपी उम्‍मीदवार से पीछे चल रहे थे. वहीं आसनसोल से बाबुल सुप्रियो काफी आगे थे. शुरू में बैलट पेपरों की गिनती में कांग्रेस 2 बीजेपी 2 टीएमसी 3 सीटों पर आगे हुई. इसके बाद EVM खुलने लगे. शुरुआती रूझानों के मुताबिक में बीजेपी 2 और ममता बनर्जी की टीएमसी 2 सीट पर आगे चल रही थी.

पश्‍चिम बंगाल की 42 सीटों पर सुबह सबसे पहले बैलेट मत पत्रों की गणना शुरू हुई इसमें 3 सीटों पर बीजेपी आगे चल रही थी.
सरकारी ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों द्वारा पोस्टल बैलेट के जरिए डाले गए वोटों की गिनती शुरू हुई. बता दें सेना के कर्मचारियों को भी पोस्टल बैलेट से मतदान का अधिकार है. पोस्टल बैलेट के लिए चार टेबल तय हैं. सभी राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों के नुमाइंदे इस गणना के गवाह होंगे. हरेक टेबल पर मतगणना कर्मचारी को हरेक राउंड के लिए पांच सौ से ज्यादा बैलेट पेपर नहीं दिए जाते हैं.

टेबल के चारों ओर जाली की घेराबंदी
Counting से पहले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को यह नहीं बताया जाता है कि उसे किस सेंटर पर भेजा जाएगा. काउंटिंग के दिन इन कर्मचारियों को सुबह 5 बजे काउंटिंग टेबल पर बैठना होता है. हर काउंटिंग टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर, असिस्टेंट व माइक्रो पर्यवेक्षक होगा. इसके बाद इनके टेबल पर बैलेट यूनिट रखी जाएगी. टेबल के चारों ओर जाली की घेराबंदी भी की गई है.

स्ट्रांग रूम को पुलिस अधीक्षक, ऑब्जर्वर, अभ्यर्थियों , पर्यवेक्षक, और राजनीतिक प्रतिनिधियों के साथ रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की मौजूदगी में खोला गया. सीलिंग के दौरान भरे गए फॉर्म के आधार एक बार ईवीएम की जांच की गई कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई. सबकुछ सही पाए जाने के बाद हीआगे की प्रक्रिया शुरू की गई.